NEW DELHI. लोकसभा चुनाव 2024 के बाद मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। इस सत्र में देश का बजट भी पेश होना है। इस दौरान सदन के शुरू होते ही प्रश्नकाल में NEET का मुद्दा सबसे पहले विपक्ष के द्वारा उठाया गया।
आज पहले दिन लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान उत्तर प्रदेश के कन्नौज से संसद अखिलेश यादव ने NEET और पेपर लीक के मुद्दे को ले कर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से सवाल पूछा, उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि सेंटर वाइज जिन बच्चों को सबसे ज़्यादा नंबर मिले है क्या उनकी सूँची जारी करेंगे? 30 हज़ार सीट जहां है वहाँ एक सेंटर में 2500 बच्चे कैसे चयनित हो गये?
शिक्षा मंत्री ने अखिलेश यादव के सवाल का जवाब देते हुए कहा की मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट जो निर्देश करेगा हम उसे मानेंगे। कोर्ट से इस से पहले सरकार को छात्रों के सिटी और सेंटर वाइज रिजल्ट जारी करने को कहा था जो पिछले तीन दिनों से अब पब्लिक डोमेन में ला दिया गया है। जिसमे केरल के लोगो ने भी अच्छा किया है तो क्या हम कह सकते है की वहाँ भी कुछ गड़बड़ी हुई है? शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि इस वर्ष देश की एससी और एसटी वर्ग के छात्रों ने भी अच्छा किया हैं तो क्या उनकी मेधा पे सवाल उठा रहे है?
हमारा एग्जाम सिस्टम फ्रॉड है- राहुल गांधी
शिक्षा मंत्री NEET के मुद्दे को ले कर प्रश्नकाल में कह ही रहे थे कि तभी नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने खड़े हो कर स्पीकर से कुछ कहने की अनुमति माँगी। अनुमति मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि देश को दिख रहा है कि परीक्षा प्रणाली में बहुत से दिक़्क़तें है और सिस्टम में बहुत सी कमी दिख रही है। शिक्षा मंत्री ने सबको दोषी ठहराया पर अपने आप को दोषी नहीं ठहराया।
राहुल ने आगे कहा कि देश के लाखों बच्चों में ये दुविधा है कि देश में चल क्या रहा है और वो मान चुके हैं कि भारत की परीक्षा प्रणाली फ्रॉड हो गई है। लाखों लोगो को ये लगने लगा है कि अगर आप अमीर हैं तो भारत की परीक्षा सिस्टम को ख़रीद सकते है। राहुल गांधी ने सवाल पूछते हुए कहा की शिक्षा मंत्री बतायें की सिस्टम इस बात पे कर क्या रही है?
चिल्लाने से सच झूठ नहीं हो जाएगा- धर्मेंद्र प्रधान
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के सवाल पे जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मेरी राज्य की जानता ने मुझे चुन कर भेजा है और देश की जानता ने हमारे नेता नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया है और उनके निर्णय से मैं यह खड़े हो कर जवाब दे रहा हूँ, मुझे किसी से सर्टिफिकेट की ज़रूरत नहीं है। इस पर विपक्ष ने हंगामा किया तो शिक्षा मंत्री ने कहा की चिल्लाने से सच झूठ नहीं हो जाएगा। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की एग्जाम सिस्टम को फ्रॉड बताने वाले बयान की कड़ी निंदा की।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आगे जवाब देते हुए UPA सरकार द्वारा लाये गये शिक्षा सुधार बिल के ऊपर सवाल उठाते हुए कहा कि जब आपकी सरकार थी तो अपने शिक्षा सुधार के लिये तब के मंत्री कपिल सिब्बल तीन बिल लाए थे उसमे एक बिल था जिस्म परीक्षा में हुई अनियमितता में सजा का प्रावधान था जिसे पास नहीं किया गया था और हमारी सरकार ने 2022 में उस बिल को क़ानून बनाया।
शिक्षा मंत्री ने नेता प्रतिपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि ऐसी क्या मजबूरी थी कि आप उस बिल को पास नहीं करे थे? आप पर किन निजी मेडिकल संस्थाओं का दबाव था?
हमने हमेशा चर्चा की माँग की, पर सरकार इसमें दिलचस्पी नहीं दिखा रही- राहुल गांधी
संसद के बाहर प्रेस से बात करते हुए राहुल ने कहा – शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को जवाब देना चाहिए था। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और पीएम मोदी के बारे में बातें कहीं पर यह नहीं बता पा रहे हैं कि वह इस मुद्दे पर क्या कर रहे हैं। NEET युवाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है। हमने हमेशा संसद में चर्चा की माँग की है लेकिन सरकार इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। हम इस मुद्दे को उठाते रहेंगे और सरकार पर दबाव बनाते रहेंगे।