TEC NEWS. स्मार्टफोन में हर कोई तरह-तरह के एप यूज करता है। मोबाइल फोन के माध्यम से लोगों का काम जितना आसान हुआ है उतना ही खतरनाक भी साबित होता है। ऐसे में गूगल प्ले स्टोर में एक खास तरह का टूल जारी किया है। इस टूल के माध्यम से गूगल मोबाइल फोन में की जा रही फिशिंग एप का पता लगाएगा। इससे यूजर्स को फिशिंग या फ्रॉड होने से बचाया जा सकता है।
बता दें, गूगल अपने यूजर्स के लिए कई तरह के एप प्रोवाइड करता है। चाहे वह गूगल फोटो हो या फिर गूगल क्रोम, गूगल पिक्सल सहित कई एप मोबाइल फोन पर इस्तेमाल कर यूजर्स अपने काम को और बेहतर बनाते है। वहीं इस बार गूगल ने खास तौर पर यूजर्स को फिशिंग व फ्रॉड जैसे केस से बचाने एक नया एप गूगल प्ले प्रोटेक्ट को अपडेट कर जल्द ही जारी करने का फैसला लिया है। इसे यूजर्स को जल्द ही इस्तेमाल करने का मौका मिलेगा।
एआई के साथ बनाया जा रहा बेहतर
इस टूल को एआई के साथ बेहतर बनाने का प्रयास गूगल कर रही है। आने वाले दिनों में एंड्रॉयड 15 में यूजर्स को यूज करने को मिल जाएगा। इससे मालवेयर वाले एप्स की पहचान होगी। फोन में ऐसे एप्स की पहचान होगी जो फिशिंग या फ्रॉड से जुड़े हुए है।
निगरानी रखेगा एप्स पर
इस टूल में लाइव थ्रेट डिटेक्शन के साथ एनालाइज किया जाएगा। यूजर्स के सेसेंटिव डेटा परमिशन को किस तरह से इस्तेमाल कर रहे है उसकी भी जानकारी देगा और दूसरे एप्स के साथ किस तरह से इंटरेक्ट कर रहे हैं इस पर भी निगरानी रखेगा। किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों पर रियल टाइम में निगरानी रखेगा।
गूगल प्ले प्रोटेक्ट क्या है जानें
गूगल प्ले प्रोटेक्ट गूगल प्ले स्टोर का एक टूल है। यह टूल फोन में मालवेयर वाले एप्स को स्कैन करने में काम आता है। इस टूल के माध्यम से फोन में मालवेयर वाले एप्स की तुरंत ही पहचान हो जाती है।
इसे यूज करने के लिए सबसे पहले फोन पर गूगल प्ले स्टोर ओपन करना होगा। अब ऊपर राइट कॉर्नर पर प्रोफाइल आइकन पर टैप करना होगा। इसके बाद प्ले प्रोटेक्ट पर टैप करना होगा। अब स्केन पर टैप करना होगा। कुछ ही समय में स्कैनिंग के बाद फोन की स्क्रीन पर हार्मफुल एप को देख सकेंगे। यदि फोन में मालवेयर वाला एप नहीं होगा तो नो हार्मफूल एप्स फाउंट शो होगा।