BALOD. अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई से नाराज कुछ महिलाओं ने एक महिला पार्षद की सरेआम पिटाई कर दी। महिलाओं ने पार्षद को उसके घर से निकाला और हाइवे में ले जाकर उसके साथ मारपीट की। इस दौरान पार्षद के परिजन और आस पास के लोगों ने उन्हें छुड़ाया और वापस घर में ले गए। जिसके बाद महिला पार्षद ने मारपीट करने वाली महिलाओं के खिलाफ थाना में रिपोर्ट दर्ज करा दी है। मिली जानकारी के अनुसार जिले के गुरूर नगर में सुबह से ही परिसर को तोड़े जाने को लेकर शहर पूरी तरह छावनी में बदल गया था। इसी बीच एक वीडियो ने पूरे शहर में हंगामा खड़ा कर दिया।
प्रशासन की कार्रवाई से नाराज महिलाओं ने शहीद वीर नारायण सिंह वार्ड की महिला पार्षद के साथ जमकर मारपीट कर दी। शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपी महिलाओं के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया है और आगे कार्रवाई कर रही है। कहा जा रहा है कि महिलाएं तोड़ फोड़ से नाराज थी। महिला पार्षद का नाम कुंती सिंह है और वह शहीद वीर नारायण सिंह वार्ड की पार्षद है। उसी परिसर से ताल्लुक रखने वाली कुछ महिलाओं ने घर से खींचते हुए निकाला और सड़क पर ले जाकर पटक दिया। उसी वक्त कुछ सेकंड पहले ही हाईवे से एक ट्रक गुजरी थी, महिलाओं की इस हरकत से महिला पार्षद की जान भी जा सकती थी। महिलाओं की यह करतूत वहीं पास में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई।
महिलाओं के द्वारा मारपीट किए जाने का यह वीडियो काफी खौफनाक है। जिसमें कुछ महिलाएं पार्षद को उसके घर से घसीट कर निकालते दिख रही हैं। पार्षद को घर से खींचकर बाहर ले जाते देख उनके परिजन भी महिलाओं के साथ-साथ बाहर निकले। महिलाओं ने जब पार्षद को सड़क पर पटका तो उनके परिवार वालों ने उन्हें छुड़ाया और उसे वापस घर लेकर गए। इसके बाद महिला पार्षद कुंती सिंह बेहोश हो गई थी, जिसके बाद आनन फानन में परिजनों ने उन्हें पानी पिलाकर होश में लाया। इस मामले में थाना प्रभारी दिनेश कुर्रे ने बताया कि है कि पार्षद की तरफ से लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। घटना के वीडियो के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि आज गुरुर नगर के बाजार चौक में निर्माणाधीन 45 परिसरों को पुलिस और प्रशासन ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए बुलडोजर से ढहा दिया है। परिसर से जुड़े लोग इस कार्रवाई से काफी गुस्से में नजर आए। उन्होंने सभी पार्षदों का दरवाजा खटखटाया और जो पार्षद मिला उन्हें भला बुरा कहने लगे। इन पार्षदों में प्रमुख रूप से कुंती सिंह शामिल रही। इसके बाद कुछ लोग हाथों में पत्थर लेकर भाजपा कार्यालय भी पहुंचे थे, परंतु वहां पर ताला लगा हुआ था।