NEW DELHI. अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में नाटो के शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। इसमें उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) उनके साझेदार देश और यूरोपीय यूनियन (EU) के 32 सदस्यों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए। यह सरकार का 33वाँ शिखर सम्मेलन था जो 9 से 11 जुलाई को हुआ। इस साल अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। इसके चलते इस शिखर सम्मेलन में दुनिया भर की नज़र टिकी हुई थी। इस बीच जो बाइडेन ने सम्मेलन में मौजूद कई लोगों के ग़लत नाम बोलकर राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी को लेकर योग्यता पर उठ रहे सवालों को और हवा दे दी है।
एक दिन में दो बार फिसली ज़ुबान
जो बाइडेन ने NATO समिट के दौरान अपने संबोधन में पास खड़े यूक्रेन के राष्ट्रपति ब्लादमीर जेलेंस्की को प्रेसिडेंट पुतिन कहकर संबोधित कर दिया। यह गलती वहाँ मौजूद लोगों को इस लिए नज़रअंदाज़ करने योग्य नहीं लगी क्योंकि यूक्रेन और रशिया के बीच अभी एक युद्ध चल रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति को रशिया के राष्ट्रपति के नाम से संबोधित करना भारी चूक है। इसके बाद बाइडेन ने अपनी गलती फिर दोहरायी और अपनी ही सरकार की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम भूल गए। कमला को उन्हेंने अपने प्रतिद्वंदी ट्रम्प के नाम से संबोधित कर दिया।
बाइडेन संबोधन के अंत में अपनी बात ख़त्म कर जेलेंस्की को बुला रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कहा ‘अब मैं यूक्रेन के राष्ट्रपति को बुलाना चाहूँगा, वे जितने साहसी है उतने ही समर्पित भी है। लेडीज एंड जेंटलमैन वेलकम प्रेसिडेंट पुतिन’ इतना कह बाईडेन जैसे ही आगे बढ़े उन्हें अपनी गलती का अंदाज़ा हुआ और मुड़कर तुरंत उन्होंने कहा ‘प्रेसिडेंट पुतिन नहीं प्रेसिडेंट जेलेंस्की! मैं पुतिन को हराने पर इतना ज़्यादा फोकस्ड हूँ कि अब हमें इस पर चिंता करनी चाहिये।’ इतना कहते हुए बाईडेन ने जेलेंस्की से माफ़ी भी माँगी।
फिर दोहरायी गलती
जेलेंस्की को पुतिन कहने की भारी चूक करने के बाद प्रेस कांफ्रेंस का महौल थोड़ा सुधरा ही था कि बाइडेन ने फिर एक नाम ग़लत कह दिया। इस बार तो उन्होंने अपनी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को ट्रम्प कह दिया। एक रिपोर्टर ने बाइडेन से सवाल किया कि अगर उनकी जगह डेमोक्रेटिक पार्टी कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनती हैं तो क्या वह ट्रम्प को हराने के काबिल हैं?
इसका जवाब देते हुए बाईडेन ने कहा ‘ अगर वाइस प्रेसिडेंट ट्रम्प राष्ट्रपति बनने के काबिल नहीं होती तो मैं उन्हें कभी इस पद पर नहीं बैठाता’। अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा उपराष्ट्रपति का नाम ग़लत लेने पर वहाँ बैठे पत्रकार थोड़ा झुँझलाये और उनकी आवाज हॉल में गूंज गई।
बाइडेन ने दी सफ़ाई
अपनी इस भारी चूक से घिरने के बाद राष्ट्रपति बाइडेन ने सफ़ाई देते हुए कहा ‘ क्या मेरे ग़लत नाम कहने से नाटो की कांफ्रेंस को कोई नुक़सान हुआ? क्या आपने इससे ज़्याद सफल नाटो कांफ्रेंस कभी देखी है? मैं पुतिन के बारे में बोल रहा था इसलिए उनका नाम ज़ुबान से निकल गया। मैंने इसके लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से माफ़ी भी माँगी है।’
बाईडेन की फिसली ज़ुबान तो ट्रम्प ने मख़ौल उड़ाया
रिपब्लिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प आये दिन जो बाईडेन की उम्र और राष्ट्रपति पद पर बने रहने के लिए उनकी अयोग्यता पर सवाल उठाते आये है। अपने सोशल मीडिया अकाउंट में ट्रम्प अक्सर बाइडेन की बढ़ती उम्र की वजह से होती परेशानियों के चलते उनसे होती ग़लतियों पर मजाकिया अन्दाज़ में हमलावर होते रहते हैं। नाटो के शिखर सम्मेलन में हुई इस गलती को ले कर मखौल उड़ाते दिखे। जो बाइडेन के ज़ुबान फिसले वाले हिस्से को सोशल मीडिया ट्रुथ सोशल में डालते हुए लिखा ‘बहुत बढ़िया जो बाईडेन’