तीरंदाज डेस्क। नए साल का पहला दिन देश में हादसों का दिन बन गया है। सुबह वैष्णोदेवी मंदिर के भवन में भगदड़ मची। अभी यह मामला चल ही रहा था कि हरियाणा के भिवानी के खनन क्षेत्र में पहाड़ दरकने से 4 मजदूरों की मौत हो गई है। वहीं कई मजदूरों के अब तक दबे होने की आशंका है। यही नहीं खनन में लगे कई वाहन भी भारी भरकम पत्थरों के नीचे दब गए हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद हरियाणा के कृषि मंत्री मौके पहुंचे। एनडीआरएफ व सेना के जवान राहत कार्य में जुटे हैं।
बता दें कि इस क्षेत्र में एक दिन पहले ही खनन कार्य शुरू किया गया था। प्रदुषण के कारण यहां पर खनन कार्य पर रोक लगा दी गई थी। एनजीटी से अनुमति मिलने के बाद शुक्रवार को ही यहां खनन कार्य दोबारा शुरू किया गया। खनन कार्य में बड़ी संख्या में क्रसर मशीने लगी थी। खनन शुरू होने के बाद यहां दोपहर को पहाड़ दरकने लगा। अचानक पहाड़ दरकने से मजदूरों को कुछ भी समझ नहीं आया। इससे पहले कि कुछ समझ पाते बड़े बड़े पत्थर गिरने लगे। मौके पर खड़ी कई गाड़ियां दब गई वहीं कई मजदूर भी इसकी चपेट में आ गए। अब तक चार मजदूरों के शव निकाल लिए गए हैं। वहीं अब भी कई मजदूरों के दबे होने की आशंका है। फिलहाल खनन क्षेत्र में राहत व बचाव का कार्य जारी है।
प्रवासी मजदूरों की संख्या ज्यादा
बताया जा रहा है कि खनन क्षेत्र में प्रवासी मजदूरों की संख्या ज्यादा हैं। पूरे खनन क्षेत्र में 9 हजार से ज्यादा मजदूर कार्य कर रहे हैं। हादसे में प्रभावित होने वाले मजदूरों में प्रवासी मजदूरों की संख्या ही ज्यादा बताई जा रही है। अब तक पहाड़ दरकने का कारण तो पता नहीं चला लेकिन यहां अत्याधिक ब्लास्ट किए जाने की जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि क्रसर बंद होने से आसपास भवन मटेरियल की दरों में आश्चर्यजनक रूप से बढ़ोत्तरी हो गई थी। लोगों को भवन मटेरियल नही मिल पा रहा था। इसकी वजह से खनन क्षेत्र में तेजी से ब्लास्ट किए जाने की जानकारी सामने आई है जिसके कारण हादसो होने की आशंका जताई जा रही है।