DELHI. नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ आज शाम 7:15 बजे लेने वाले है। आम चुनाव में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी है। भाजपा ने अपने दम में इस चुनाव में 272 का जादुई आँकड़ा नहीं छुआ है और 240 पर रुक गई है पर सहयोगियों के साथ मिल कर एनडीए ने 291 सीट हासिल कर ली है। इससे इस बार उनके सहयोगियों को मंत्रिमंडल में बड़ी ज़िम्मेदारी मिलने की बात सामने आ रही है।
राष्ट्रपति भवन में 9 जून शाम 7:15 बजे नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे है। इस बार की मोदी सरकार अपने गठबंधन साथियों पे ज़्यादा निर्भर कही जा रही है। ऐसी खबरें छन के आ रही थी कि TDP के चंद्रबाबु नायडू और जदयू के नीतीश कुमार ने हैवीवेट मंत्रालय की माँग रखी है। 9 जून रविवार सुबह नरेंद्र मोदी ने राजघाट जा कर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे अटल विहारी बाजपेयी की समाधि और नेशनल वॉर मेमोरियल भी गये।
अपने आवास पर की संभावित मंत्रियों के साथ बैठक
मोदी ने रविवार सुबह अपने मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले संभावित मंत्रियों के साथ एक मीटिंग रखी जिससे मोदी कैबिनेट की तस्वीर लगभग साफ़ होती दिखने लगी। मोदी के घर पहुँचे भाजपा के नेताओं में अमित शाह, राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमन, मनोहर लाल खट्टर, नितिन गड़करी, पीयूष गोयल, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अर्जुन राम मेघवाल नज़र आये, तो वहीं सहयोगी दलों के बहुत से नेता भी नज़र आये।
सहयोगी दलों में इन नेताओं का मंत्री बनना लगभग तय
1. एच डी कुमारस्वामी- कर्नाटक के दो बार के मुख्यमंत्री, जनता दल सेक्युलर (JDS) के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष और मांड्या लोकसभा सीट से जीत कर आए नवनिर्वाचित सांसद 65 वर्षीय एच डी कुमारस्वामी का मोदी कैबिनेट में मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। एच डी कुमारस्वामी पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के पुत्र है और कर्नाटक के दो बार (3 फ़रवरी 2006 – 9 अक्तूबर 2007 और 23 मई 2018-23 मई 2019) के मुख्यमंत्री रह चुके है। इसके अलावा कर्नाटक विधानसभा में 31 मई 2014 से 22 जनवरी 2014 तक नेता प्रतिपक्ष की भूमिका भी अदा कर चुके है। अपने राजनीतिक जीवन में कुमारस्वामी कर्नाटक विधानसभा के 4 बार के विधायक और 2 मर्तबा लोकसभा सांसद भी रह चुके है। 2024 लोकसभा चुनाव में मांड्या लोकसभा सीट से कांग्रेस के वेंकटरामन गौड़ा को 2,84,620 वोटों से हरा कर तीसरी बार लोकसभा के संसद बने है और मोदी कैबिनेट में मंत्री बनने जा रहे है।
2. जयंत चौधरी- पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते और राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष 45 वर्षीय जयंत चौधरी ने लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और मथुरा से 2009-2014 तक लोकसभा संसद रहे। इस साल मोदी सरकार के चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने के फ़ैसले का समर्थन करते हुए एनडीए में शामिल हुए जयंत चौधरी वर्तमान में राज्य सभा के सदस्य हैं और मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने जा रहे है।
3. अनुप्रिया पटेल- सोनेलाल पटेल जिन्होंने उत्तर प्रदेश में स्थित अपना दल राजनीतिक पार्टी की स्थापना की थी। उनकी बेटी अनुप्रिया पटेल 2014 के आम चुनाव में मिर्जापुर के निर्वाचन क्षेत्र से भारत की संसद के निचले सदन लोकसभा के लिए चुनी गईं थी। अनुप्रिया पटेल पहले वाराणसी में उत्तर प्रदेश विधानमंडल के रोहनिया निर्वाचन क्षेत्र के लिए विधान सभा के सदस्य के रूप में चुनी गई थीं। यहां उन्होंने 2012 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में पीस पार्टी ऑफ इंडिया और बुंदेलखंड कांग्रेस के साथ गठबंधन में एक अभियान लड़ा था। लेडी श्री राम महिला महाविद्यालय से मनोबिज्ञान से मास्टर्स की डिग्री प्राप्त 33 वर्षीय अनुप्रिया पटेल 2019-2024 मोदी मंत्रिमंडल की सबसे युवा मंत्री रही तथा वह वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री रही और अब मोदी कैबिनेट का फिर से हिस्सा बनने जा रही हैं।
4. राजीव रंजन उर्फ़ ललन सिंह- राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह (जन्म 24 जनवरी 1955) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और जानता दल यूनाइटेड से सत्रहवीं लोकसभा में मुंगेर का प्रतिनिधित्व करने वाले संसद सदस्य हैं। वह 31 जुलाई 2021 से 29 दिसंबर 2023 तक जेडीयू के राष्ट्रीय पार्टी अध्यक्ष थे। वह जेडीयू बिहार इकाई के पूर्व अध्यक्ष भी थे। उन्हें राज्यपाल के कोटे के तहत बिहार विधान परिषद के लिए नामांकित किया गया और जून 2014 में जीतन राम माँझी कैबिनेट में में सड़क निर्माण विभाग का मंत्री बनाया गया। चुनावी हार के बावजूद उनके शामिल होने और पदोन्नति ने ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू के नेतृत्व वाले जदयू में विद्रोह को जन्म दिया, जो बाद में 12 विधायकों के एक समूह के साथ भाजपा में शामिल हो गए। फ़रवरी 2015 में जितां राम माँझी ने उन्हें प्रशांत कुमार शाही के साथ कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था। जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने, तो उन्हें फिर से महागठबंधन सरकार में मंत्री के रूप में शामिल किया गया। अपने सभी विद्रोह के बावजूद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले ललन सिंह अब मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने जा रहे है।
5. रामदास आठवले- अपनी कविताओं से संसद में ठहाके लगवाने वाले रामदास आठवले मोदी कैबिनेट में मंत्री बनने जा रहे हैं। 64 वर्षीय रामदास बंडु आठवले एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा वर्तमान में भारत सरकार के केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री हैं। वे भारत के वरिष्ठ सदन राज्यसभा के सदस्य हैं। वे रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के अध्यक्ष है।
6. जीतन राम माँझी- 20 मई 2014 से 20 फ़रवरी 2015 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे जीतन राम माँझी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। 79 वर्षीय जीतन राम माँझी 1980 से लगातार बिहार विधान सभा के सदस्य रहे है और बिहार के बड़े दलित नेता के रूप में जाने जाते है। लोकसभा 2024 में गया कि सुरक्षित सीट से उन्होंने राष्ट्रीय जानता दल के कुमार सर्वजित को 1,01,812 वोट से हराकर लोकसभा के सदस्य बने है और अब मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने जा रहे है।
7. चिराग़ पासवान- एक्टर से राजनीतिज्ञ बने चिराग़ पासवान बिहार के युवा एवं चर्चित चेहरे हैं। लोक जनशक्ति पार्टी(राम विलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग़ पासवान ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में हाजीपुर की सीट से उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के शिव चंद्र राम को 1,70,105 वोटों से चुनाव हराया। चिराग इससे पहले दो बार के संसद रह चुके है। चिराग़ ने 2014 लोक सभा चुनाव में बिहार राज्य की जमुई लोक सभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार सुधांशु शेखर भास्कर को करीब 85,000 मतो से हराया। पासवान ने 2019 के लोक सभा चुनावों में इसी सीट से भूडियो चौधरी को हराया और दूसरी बार लोक सभा के सांसद बने। अब वह मोदी मंत्रिमंडल का हिस्सा बनने जा रहे है।
8. राम मोहन नायडू (किंजरापु नायडू)- तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) की टिकट में आंध्र प्रदेश की श्रीकाकुलम से चुनाव लड़ते हुए नायडू ने वाईएसआरसीपी के तिलक परदा को 3,27,901 मतों से चुनाव हरा कर लोकसभा के सदस्य चुने गये। 36 वर्षीय राम मोहन नायडू इससे पहले 2014 से 2019 और 2019 से 2024 में भी यहाँ से सांसद रह चुके है। किंजरापु नायडू को राजनीति पिता से विरासत में मिली वह किंजरापु येरन नायडू के बेटे है जो आंध्र प्रदेश विधानसभा के लिये 4 बार के विधायक रह चुके है और प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा और आई के गुजराल की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। उनकी मृत्यु के बाद किंजरापु राम मोहन नायडू ने राजनीति में एंट्री ली और लगातार तीसरी बार लोकसभा में चुन के आने के बाद अब मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने जा रहे है।
9. डॉ. पी चंद्रशेखर पेम्मासानी- गुंटूर लोकसभा से चुन के आने वाले पेम्मामसानी पहली बार के लोकसभा सांसद है और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबु नायडू के भरोसेमंद हैं। 3,44,695 मतों से वाईएसआरसीपी के किलरी वेंकट रोसैया को हरा कर लोकसभा पहुँचे पेम्मासनी अब मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने जा रहे हैं।
10. प्रतापराव गणपतराव जाधव- शिव सेना से 63 वर्षीय प्रतापराव जाधव ने महाराष्ट्र की बुलढाना लोकसभा से शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के उम्मीदवार नरेंद्र डगडू खेड़कर को 29,479 वोटों से हरा कर लोकसभा पहुँचे है और अब मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने जा रहे हैं।
अजीत पवार किए गए किनारे
शरद पवार से बग़ावत कर एनडीए में शामिल हुए भतीजे अजीत पवार नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक सिंबल (घड़ी) अपने हाथ में रखने में कामयाब रहे थे जिसके बाद से उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 में बेहतर नतीजे की उम्मीद थी, पर जनता को शरद पवार से उनकी बग़ावत पसंद नहीं आयी और चुनाव के नतीजों के बाद उन्हें मात्र एक सीट (रायगड) से ही संतोष करना पड़ा। अजीत पवार को उम्मीद थी की एनडीए से वफ़ादारी का फल उन्हें ज़रूर मिलेगा और केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनकी पार्टी को स्थान ज़रूर मिलेगा पर अभी तक आ रही ख़बरों में ऐसा होता दिख नहीं रहा है जिसके कारण ये साफ़ लग रहा है की मंत्रिमंडल में NCP को शामिल नहीं किया जाएगा। भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस की माने तो अजीत पवार को राज्य मंत्री के पद की पेशकश की गई थी पर उन्हें कैबिनेट रैंक का दर्ज चाहिए था जिसकी वजह से बातचीत आगे नहीं बढ़ पायी और अब उनका एक भी नेता मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हो रहा है।