RAIPUR. छत्तीसगढ़ में कृषि से संबंधित पढ़ाई पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश में हार्टीकल्चर की पढ़ाई से संबंधित चार नए गवर्नमेंट कॉलेज खुलेंगे। इन कॉलेजों में फसल से मार्केट के लिए प्रोडक्ट बनाने से लेकर मार्केटिंग तक की पढ़ाई होगी।
एग्री बिजनेस मैनेजमेंट कॉलेज जशपुर, पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी कॉलेज सनावल रामानुजगंज के साथ ही अंबिकापुर व रायगढ़ में एक-एक हार्टीकल्चर कॉलेज खोले जा रहे हैं। यह सभी कॉलेज, प्रदेश के महात्मा गांधी हार्टीकल्चर यूनिवर्सिटी से संबद्ध रहेंगे।
जानकारों ने बताया कि पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी कॉलेज देश के कुछ ही राज्य जैसे, केरल, हिमाचल प्रदेश व अन्य में है। यहां हार्टीकल्चर के बेसिक सब्जेक्ट पढ़ाए जाएंगे। इसके अलावा फसल की कटाई के बाद उसके प्रिजर्वेशन पर आधारित कोर्स होगा। इनमें अभी स्नातक स्तर की पढ़ाई होगी। यह कोर्स चार साल का होगा।
इस कोर्स में छात्रों को बीटेक इन फूड टेक्नोलॉजी की डिग्री मिलेगी। एग्री बिजनेस में बिजनेस मैनेजमेंट इन हार्टीकल्चर की डिग्री मिलेगी। एग्री बिजनेस में मार्केटिंग, फाइनेंस और मैनेजमेंट से संबंधित विषयों की पढ़ाई होगी।
इंदिरा गांधी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में एग्री बिजनेस की पढ़ाई पहले से हो रही है, इसके लिए यहां एक डिपार्टमेंट है। हालांकि, अब इस नाम से पूरा कॉलेज होगा। दो अन्य नए कॉलेज में बीएससी हार्टीकल्चर की डिग्री दी जाएगी।
महात्मा गांधी हार्टीकल्चर यूनिवर्सिटी से संबद्ध प्रदेश में कुल 19 कॉलेज हैं। इसमें 15 सरकारी और 4 प्राइवेट कॉलेज हैं। सभी कॉलेजों में 60-60 सीटें हैं। अब चार नए कॉलेज खुल रहे हैं। इन कॉलेजों में 30-30 सीटें रहेंगी। नए सत्र यानी 2024-25 से इनमें एडमिशन दिए जाएंगे। इसे लेकर तैयारी की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि दाखिले के लिए व्यापमं से होने वाली प्री एग्रीकल्चर टेस्ट यानी पीएटी को आधार बनाया जाएगा।
प्री एग्रीकल्चर टेस्ट (पीएटी) और प्री वेटनरी पॉलीटेक्निक टेस्ट (पीवीपीटी) 9 जून को आयोजित की जाएगी। इसे लेकर तैयारी की जा रही है। इस परीक्षा के लिए पिछले दिनों व्यापमं से आवेदन मंगाए गए थे। करीब 20 हजार से अधिक आवेदन मिले हैं। इस परीक्षा के माध्यम बीएससी एग्रीकल्चर, बीएससी हार्टीकल्चर के अलावा वेटनरी और फिशरीज के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश दिए जाएंगे।