DURG. दुर्ग जिले में आज एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। इसमें एक 35 वर्षीय युवक ने अपनी जीभ को चाकू से काटकर भगवान के नाम पर पत्थर में चढ़ा दिया। घटना के बाद घायल को गांव वालों की मदद से जिला चिकित्सालय में भर्ती करा दिया गया है। वहीं इस मामले में अंजोरा पुलिस चौकी ने मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दिया है।
दुर्ग के थनौद गांव का रहने वाला राजेश्वर निषाद आज सुबह गांव के बाहर तालाब के पास पहुंचकर चाकू से पहले अपने जीभ को काट दिया। उसके बाद भगवान शिव के नाम पर पत्थर पर अर्पित कर दिया।
इस सनसनीखेज घटना के कारण पूरे गांव में भी हड़कंप मच गया। गांव वालों की सूचना पर पुलिस ने घायल राजेश्वर निषाद को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया है। जहां उसका इलाज जारी है।
बताया जा रहा है कि वह भक्ति भावना में लीन था। इसलिए चैत्र नवरात्रि में भी उसने पूरे 9 दिनों तक उपवास रखा हुआ था। मनोकामना पूरी करने के लिए उसने भगवान को अपनी जीभ की बलि दे दी। अब वह मनोकामना क्या थी, इस संबंध में कोई भी नहीं बता पा रहा है। वहीं जीभ कटने के बाद राजेश्वर भी अब कुछ नहीं बोल पा रहा है।
राजेश्वर के छोटे भाई का कहना है, कि वह मानसिक रूप से थोड़ा सा कमजोर था। कुछ साल पहले देवादा स्थित मेंटल हॉस्पिटलमें उसका इलाज भी कराया गया था। गमला बनाने का काम करने वाला राजेश्वर निषाद की पहली पत्नी ने उसे छोड़ दिया है।
और दूसरी पत्नी गूंगी बहरी है। फिलहाल घायल राजेश्वर निषाद का जिला अस्पताल में इलाज जारी है। वही अंजोरा पुलिस चौकी ने आस्था और अंध विश्वास से जुड़े इस मामले में अपनी जांच को शुरू कर दिया है।