BHILAI. भिलाई के कुम्हारी में केडिया डिस्टलरी के लगभग 40 कर्मचारियों को ले जा रही बस गहरे गड्ढे में गिर गई, जिससे 12 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 15 से ज्यादा घायल हैं। इस हादसे के बाद चारो तरफ हड़कंप मच गया है। इस मामले में बस चालक पर 3 धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
दुर्ग कलेक्टर ऋचा चौधरी के अनुसार घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। बता दें कि मुरम में फिसलकर बस पलटकर गड्ढे में गिर गई, जिससे यह हादसा हुआ है। वहीं घटना के बाद से आक्रोशित अन्य कर्मचारियों ने कंपनी में काम बंद कर दिया है।
कंपनी ने मृतकों के स्वजनों को दस-दस लाख रुपए की मदद के साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात कही है। कंपनी घायलों के उपचार का पूरा खर्च भी उठाएगी। इस हादसे में घायल 10 लोग रायपुर एम्स में भर्ती किया गया है। इनमें 6 महिलाएं और 4 पुरुष शामिल हैं।
16 साल पुरानी बस, फिटनेस भी खराब था
जानकारी के अनुसार 16 साल पुरानी बस CG07 सी 7783 (टाटा 709) का फिटनेस 28 जून 2021 में खत्म हो चुका था। इंश्यारेंस भी 2 अक्टूबर 2021 को खत्म हो चुका था। बस का मालिक का नाम सुनील गुप्ता है। फिटनेस और इंश्यारेंस नहीं होने की वजह से मृतकों के परिजनों को मुआवजा मिलने भी परेशानी होगी।
इनकी हो गई मौत
- श्रीमती सत्या निषाद
- राजू राम ठाकुर
- त्रिभुवन पांडे
- मनोज ध्रुव
- भिकू पटेल
- कृष्णा
- बिहारी यादव
- कमलेश देशलहरे
- परमानन्द तिवारी
- पुष्पादेवी पटेल
- शांति बाई देवांगन
- अमित सिन्हा
इनका चल रहा इलाज
इस बस हादसे में कई लोग घायल हुए, जिनका इलाज चल रहा है। इसमें देवेंद्र सिंह, पीएन दुबे, कविता चौधरी, हस्तिनी सिक्का, कुंती यादव, सुखम साहू, रमेश यादव, उषा साहू, विश्राम सिंह, खेदिया बाई, जयप्रकाश जायसवाल, मोनिका वर्मा, गुरमुख सिंह शामिल हैं।
अपनों को तलाशते रहे परिजन
इस बस हादसे की खबर मिलने के बाद कर्मचारियों के परिजन अस्पताल पहुंचे। इस दौरान एक युवक अपने बड़े पिता जी को ढूंढ़ने के लिए रायपुर एम्स पहुंचा। उसने बताया कि बीएल दुबे, जो कि केडिया डिस्टलरी में काम करते हैं, उनका पता नहीं चल रहा है। एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल चक्कर लगा रहे हैं।