DURG.कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष पर पत्र के माध्यम से पैसों के हेराफेरी का आरोप लगाने वाले अरुण सिसोदिया ने अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस को आवेदन दिया है। वहीं उनकी धर्मपत्नी ने भी सुरक्षा की मांग के साथ साथ कांग्रेस के आला नेताओं को आड़े हाथ लिया है।
वहीं अब पुलिस सुरक्षा की मांग के आवेदन पर तस्दीक करने के पश्चात ही सुरक्षा प्रदान करने की बात कह रही है। बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस में सिर फुटौव्वल शुरू हो गई है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं पूर्व महासचिव अरुण सिसोदिया ने पार्टी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार रहे विनोद वर्मा पर 5 करोड़ 89 लाख की राशि के गबन का आरोप लगाया था। कांग्रेस नेता अरुण सिसोदिया ने इसे लेकर प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखा था।
इधर, राजनांदगांव जिले के मंच पर कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को खरी-खरी सुनाने वाले कांग्रेस नेता एवं जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष सुरेंद्र दास वैष्णव को सुरक्षा प्रदान की गई है। पुलिस अधीक्षक ने एक सिपाही उनकी सुरक्षा में तैनात किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और बाहरी प्रत्याशी के मामले में आडे़ हाथों लेकर सुर्खियों में आए जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता सुरेंद्र दास वैष्णव ने अपने इस भाषण के बाद स्वयं को सुरक्षित महसूस किया और उनके परिजन भी सहमे नजर आने लगे। जिसकी वजह से सुरेंद्र वैष्णव ने अपनी सुरक्षा के लिए राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर एक पुलिस जवान की मांग की। जिस पर राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक ने उनकी सुरक्षा में एक सिपाही तैनात कर दिया है।
सुरेंद्र वैष्णव का कहना है कि मेरे साथ ही परिजनों को भी किसी अनहोनी का भय था इस वजह से सुरक्षा की मांग मेरे द्वारा की गई थी। वहीं राजनांदगांव के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा ने कहा कि कांग्रेस नेता सुरेंद्र दास वैष्णव की मांग पर उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई है।