DURG. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक अवैध गुटखा फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में ब्रांडेड गुटखा कंपनियों के रैपर तथा गुटखे का कच्चा माल, सुपारी, तंबाखू बरामद गया है। कंपनी फूड्स प्रोडक्ट के नाम से संचालित थी और वहां गुटखा बनाया जा रहा था। व्यवसायी के राजनांदगांव स्थित फैक्ट्री में भी दबिश दी गई है। यहां भी गुटखा बनाने के सबूत मिले हैं। यह पूरी कार्रवाई को स्टेट GST की टीम ने अंजाम दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ GST के ई वे बिल जांच टीम ने एक संदिग्ध वाहन का पीछा किया। वाहन दुर्ग जिले के चंद्रखुरी में संचालित एक फैक्ट्री तक पहुंची। वाहन चालक ने जीएसटी जांच दल को चकमा देने की पूरी कोशिश की, लेकिन जांच टीम के सदस्य फिर भी गुटखा फैक्ट्री तक पंहुच ही गए। पहचान छिपाने कंपनी के कर्मचारियों ने पैकिंग मटेरियल को भी जला दिया था।
टीम ने अवैध गुटखा फैक्ट्री में भारी मात्रा में ब्रांडेड गुटखा कंपनियों के रैपर तथा गुटखे का कच्चा माल, सुपारी, तंबाखू जब्त किया गया है। फैक्ट्री में अवैध गुटका बनाने में इस्तेमाल की जा रही मिक्सर मशीन भी मिली है। यह फैक्ट्री कोमल फूड्स के नाम से संचालित थी। GST विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इसी व्यवसायी के राजनांदगांव स्थित फैक्ट्री को भी जांच के दायरे में लिया गया है । यहां भी गुटखा बनाने के प्रमाण मिले हैं।
बता दें कि वित्त एवं जीएसटी मंत्री ओपी चौधरी ने विकसित छत्तीसगढ़ बनाने और अगले पांच वर्षों में राज्य की जीडीपी को 10 लाख करोड़ रुपये पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। गुटखा पान मसाला और तंबाखू उत्पादों पर जीएसटी का स्लैब सबसे ज्यादा है। टैक्स के अतिरिक्त इन पर सैस भी लगता है, इसलिए इनमें कर चोरी की आशंका भी अधिक रहती है। स्टेट GST की टीम लगातार इस तरह के मामलों पर नजर रख रही है ।
स्टेट GST विभाग ने इस सप्ताह तीन और व्यवसायियों की जांच कर लगभग 8 करोड़ रुपये टैक्स जमा करवाया है। इन फर्मों में टैक्स की गड़बड़ी को आई टूल्स द्वारा फ्लेग किया गया था। इन सभी के द्वारा पिछले तीन सालों से आईटीसी क्लेम ज्यादा करते हुए टैक्स कम जमा किया जा रहा था। जांच के दौरान स्टॉक में भी बड़ी मात्रा में अंतर पाया गया है।