LONDON. भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लंदन दौरे पर है। उन्होंने लंदन के इंडिया हाउस में एक सामुदायिक स्वागत कार्यक्रम में कहा कि हम चीन को भारत का प्रतिद्वंदी माना जाता है लेकिन हम चीन को अपना प्रतिद्वंदी नहीं मानते है। शायद चीन ऐसा मानता है। वास्तव में हम किसी को भी अपना प्रतिद्वंदी नहीं मानते। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में भारत और चीन के बीच आमना-सामना हुआ और हमारे सुरक्षा बलों ने जो बहादुरी दिखाई। शायद यही कारण है कि चीन का भारत के प्रति नजरिया बदल गया है। उन्हें एहसास हो गया है कि भारत अब कमजोर नहीं है।
बता दें, भारत के विदेश मंत्री इन दिनों लंदन दौरे पर है। इस दौरान वे वहां के इंडिया हाउस के सामुदायिक कार्यक्रम में शामिल हुए। वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री व रक्षामंत्री से भी मिले। इस दौरान उनका स्वागत भारतीय उच्चायोग में भारतीय प्रवासियों के सदस्यों ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाकर स्वागत किया। राजनाथ सिंह ने इस दौरान भारत व चीन के विषय में बात की। उन्होंने कहा कि अब हम कमजोर नहीं है।
प्रधानमंत्री सुनक से की द्विपक्षीय चर्चा
राजनाथ सिंह ने यहां 10 डाउनिंग स्ट्रीट में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात की। इस दौरान विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। मुलाकात की जानकारी रखने वाले वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक वार्ता का एजेंडें में रक्षा, व्यापार और क्षेत्रीय मुद्दे पर चर्चा की। इसके अलावा मुक्त व्यापार समझौते को लेकर वार्ता जारी है।
सीईओ के गोलमेज सम्मेलन की सह अध्यक्षता
राजनाथ सिंह ने दो उच्च स्तरीय बैठकों के बाद अपने समकक्ष ग्रांट शाप्स के साथ ब्रिटेन-भारत रक्षा उद्योग के सीईओ के गोलमेज सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि भारत ब्रिटेन के साथ्ज्ञ सह निर्माण पर केंद्रित एक समृद्ध रक्षा की साझेदारी की कल्पना करता है। बैठक में ब्रिटेन के रक्षा उद्योग के कई मुख्य अधिकारी सम्मिलित हुए व कई मुद्दों पर चर्चा की गई।