BILASPUR.छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने एक बार फिर से पुलिस के कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए जमकर फटकार लगाई है। जिसमें केस की सुनवाई के दौरान सिविल लाइन आईपीएस अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए है। कोर्ट ने इस दौरान कहा कि जब पुलिस अफसर जज का काम करने लगे तो कोर्ट की जरूरत ही नहीं है। पुलिस ही फैसला कर लेगी तो हम जज लोग क्या करेंगे। जज बनने का शौक है तो आईए वकालत करिए।
बता दें, आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने के बाद मामले में लिप्त नेताओं को क्लीन चिट दे रही थी। जो आरोपी था उसका नाम एफआईआर में नहीं था। मृतक के पिता ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी जहां पर सही से कार्रवाई नहीं की गई। हाईकोर्ट में जस्टिस एनके व्यास ने टिप्पणी की। जिसमें उन्होंने कहा कि ईश्वर ने आपको वर्दी दी है तो थोड़ी सी इज्जत करिए और इसकी जिन्हें जरूरत है उनकी मदद करिए। इंसानियत के नाते अपना काम ठीक से करिए।
क्या है मामला पढ़ें
बिलासपुर सकरी थाना क्षेत्र में रहने वाले वीरेन्द्र नागवंशी के बेटे सिद्धांत नागवंशी ने करीब दो साल पहले सुसाइड कर लिया था। सिद्धांत की आत्महत्या के केस पर पिता वीरेन्द्र ने बेटे को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि जमीन खरीदी-बिक्री के विवाद में उनके बेटे का नाम घसीटकर प्रताड़ित किया जा रहा था। जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली।
उसे इस कदम को उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। मृतक बेटे के प्रताड़ना के मामले में पिता ने पुलिस अफसरों से कई बार इसकी शिकायत की। वीरेंद्र नागवंशी अपने बेटे की मौत की जांच और दोषी भू-माफिया पर कार्रवाई की मांग को लेकर लंबे समय तक पुलिस अफसरों के दफ्तरों का चक्कर काटते रहे। लेकिन जब कोई फायदा नहीं हुआ तो पिता ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। याचिका दायर की।
पैसे वसूलने के लिए बनाया था दबाव
याचिका में याचिकाकर्ता ने बताया कि सिंद्धांत नागवंशी कांग्रेस नेता अकबर खान के साथ जमीन का काम करता था। अकबर खान और दिपेश चौकसे ने सिद्धांत के जरिए जमीन खरीदने के लिए मीनाक्षी बंजारे से सौदा किया। अकबर ने मीनाक्षी की जमीन खीरदने के लिए सिद्धांत के साथ्ज्ञ एग्रीमेंट कराया और एग्रीमेंट के दौरान 30 लाख रूपये सिद्धांत के खाते में जमा कराए।
कुछ समय बाद जमीन विवादित हो गई और अकबर अपने कर्मचारी सिद्धंात पर पैसे वसूलने के लिए लगातार दबाव बनाने लगा। मीनाक्षी ने पैसे वापस करने से मना कर दिया। इस मामले में मृतक के पिता ने आरोप लगाया है अकबर खान और दिपेश चौकसे ने मिलकर बेटे को परेशान किया। मजबूरन बेटे सिद्धांत ने आत्महत्या का कदम उठाया।