BALOD. धान खरीदी का कार्य जिले के सभी खरीद केंद्रों में तेजी के साथ शुरू हो चुका है। वही बीते सप्ताह बारिश होने के कारण लगभग एक सप्ताह तक खरीदी नहीं हो पाई। दूसरी ओर खरीदी में जो लिमिट तय की गई है उस लिमिट से यदि खरीदी की जाएगी तो आखरी समय तक भी पूरा धान नहीं खरीदा जा सकेगा। इसीलिए लिमिट बढ़ाये जाने की मांग अब समिति प्रबंधक व जन प्रतिनिधि करने लगे हैं।
बालोद जिले के सभी खरीद केंद्रों में धान की खरीदी शुरू हो चुकी है। काफी संख्या में किसान अब धान लेकर पहुंचने लगे हैं। शासन द्वारा शुरुआती दिनों में कम धान आने के कारण कम लिमिट बनाया गया था। बताया जाता है कि इसके पीछे उद्देश्य यह था कि खरीदी के आखिरी दिनों तक धान खरीद किया जाना है, लेकिन शुरुआत में कम धान आया। वही बीते दिनों बारिश हुई इसके कारण भी धान की खरीदी नहीं हो पाई। कई किसान बारिश के कारण धान नहीं काट पाए इस वजह से भी खरीदी में थोड़ा विलंब हो रहा है। इसके चलते जो लिमिट अभी तय किया गया है उसे यदि नहीं बढ़ाया गया तो आने वाले समय में खरीदी में मुश्किल होगी।
प्रबंधको ने नोडल अधिकारी को लिखा पत्र
धान खरीदी में लिमिट बढ़ाई जाने की मांग जिले के सभी सोसाइटी में उठने लगी है। इस संबंध में 122 समिति के प्रभारियों ने नोडल अधिकारी को पत्र लिखकर लिमिट बढ़ाए जाने की मांग की है। पत्र में कहा है कि जो लिमिट तय किया गया है उसके हिसाब से धान खरीदी की जा रही है। समिति प्रबंधको ने पत्र में कहा है कि इस लिमिट से बचे हुए धान को खरीदने में मुश्किल होगी, क्योंकि अब समय 28 दिन शेष बचे हुए हैं और इन बचे हुए समय में खरीदी में मुश्किल होगा। समिति प्रबंधकों ने बताया छोटी समय उपार्जन केदो में खरीदी की कोई दिक्कत नहीं है लेकिन वर्तमान में 20 क्विंटल धान खरीदी करनी पड़ रही है और बड़ी समितियो के लिए 31 जनवरी तक धान खरीदी संभव नहीं हो पाएगा क्योंकि इस बार किसान संख्या भी बढ़े है और रकबे में भी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया लिमिट को प्रतिदिन कम किया जा रहा है यह हम लोगों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है।उन्होंने बताया किसानों को हमें आए दिन यह बताना पड़ रहा है कि यह सब ऊपर से हो रहा है लेकिन किसान समझने को तैयार नहीं है।
मौसम को देखते हुए किसान भी जल्द से जल्द बेचना चाहते हैं धान
बीते सप्ताह बारिश के बाद भी अभी मौसम बीच-बीच में खराब हो रहा है। इसके कारण भी किसान जल्द से जल्द धान बेच देना चाहते हैं, लेकिन लिमिट नहीं होने के कारण इनका टोकन जनवरी में जा रहा है। इसे लेकर किसान भी चिंतित हैं, किसानों का कहना है कि लिमिट बढ़ाए जाने से उनका धान जल्द से जल्द बिक जाएगा।
जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र ने भी की मांग
भाजपा नेता एवं जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर ने जिला विपणन अधिकारी से मांग करते हुए कहा कि प्रतिदिन धान खरीदी की लिमिट बढ़ाने की आवश्यकता है। अभी सोसायटियों के माध्यम से प्रतिदिन मात्र दो हजार मानक कट्टा धान की खरीदी हो रही है। जो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय निर्धारित की गई थी, चूंकि पूर्व में धान खरीदी की मात्रा भी कम थी अब प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी हो रही है तो प्रतिदिन की खरीदी लिमिट भी बढ़नी चाहिए क्योंकि धान खरीदी की समय सीमा पूर्व की तरह ही है। ऐसे में धान खरीदी का लक्ष्य पूरा कर पाना कठिन होगा इसलिए प्रतिदिन की खरीदी सीमा को बढ़ाकर 4000 मानक कट्टा धान प्रतिदिन खरीदी की जानी चाहिए। जिससे लक्ष्य पूर्ति हो और किसानों को असुविधा से बचा जा सके। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा निर्धारित नियमों को बदलने की आवश्यकता है क्योंकि अब प्रदेश में किसानों की चिंता करने वाली भाजपा सरकार प्रदेश में बन चुकी है जो मोदी की गारंटी को पूरा कर जनता के जनादेश का सम्मान करेगी।