RAIPUR. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने शेष है, ऐसे में छत्तीसगढ़ में लगातार नेताओं का दौरा जारी है। इसी क्रम में शुक्रवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 02 दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर आए थे। यहां बड़ी प्रशासनिक लापरवाही देखने को मिली।
दरअसल कार्यक्रम में पहुंचने वाले कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की गई थी वहीं बड़ी मात्रा में आयोजन स्थल समेत मुक्तांगन परिसर के बाहर हजारों की संख्या में सील बंद फूड पैकेट पड़े मिले है। फूड पैकेट पूरे तरीके से सीलड थे उनका रबर बैंड तक नहीं खुला था और खाना पूरी तरीके से सड़ चुका था जिसकी महक काफी दूर तक आ रही थी।
बता दें शुक्रवार को कांग्रेस के राजीव युवा मितान सम्मेलन में बड़ी मात्रा में युवा शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उनके लिए खाने का आयोजन किया गया था। इसका ठेका दिल्ली की एक्सेस इवेंट कंपनी को सौपी गई थी। लेकिन उनके द्वारा बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। यहां पड़े खाने के पैकेट को देखकर साफ समझ में आ रहा था कि यह पैकेट कार्यकर्ताओं को बांटने की जगह बिना बांटे ही फेंक दिए गए है।
दो दर्जन गौवंश की मौत
इस लापरवाही के कारण खुले में फेके गए खाने को बड़ी संख्या में गांव के मवेशियों ने खा लिया इसके बाद लगभग दो दर्जन गौवंश की मौत हो गई। वहीं 100 से ज्यादा मवेशी गंभीर रूप से बीमार हो गए। इस मामले में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मवेशी खराब खाने को और प्लास्टिक को खाकर ही बीमार पड़े हैं। गौवंश की मौत के बाद भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गई है।
आयोजन के दो दिन बाद तक मुक्तांगन परिसर समेत सड़कों पर प्लास्टिक फूड पैकेट पड़े दिखाई दे रहें थे। इसके बाद प्रशासन ने वेटनरी डॉक्टर की टीम भेजी और मवेशियों का इलाज शुरू किया गया। शासन ने गाय और बछड़े दोनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।
मिली जानकारी के अनुसार इवेंट का ठेका दिल्ली की एक्सेस इवेंट कंपनी को दिया गया था, एक्सेसे इवेंट कंपनी ने स्थानीय कैटरर को खाना बनाने का काम दे दिया। कैटरर ने उन्हें लाइव किचन संचालित कर लगातार आयोजन के दौरान खाना बनाते हुए वितरण की बात कही थी, लेकिन कंपनी नहीं मानी और खाने के पैकेट एक दिन पहले से ही तैयार करने कहा गया, जिसके कारण खाना कार्यक्रम के दिन तक खाना पूरी तरह से खराब हो गया और हजारों कार्यकर्ता खाने से वंचित रह गए।