NEW DELHI. सहारा इंडिया के निवेशकों के पैसे लौटाने के लिए केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में ‘सहारा रिफंड पोर्टल’ लॉन्च किया। पोर्टल के जरिए सहारा की 04 को-ऑपरेटिव सोसाइटी के निवेशक ही आवेदन कर सकते हैं।
सहारा इंडिया में 10 करोड़ निवेशकों के पैसे फंसे हुए हैं। इसमें बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है।
ये चार को-ऑपरेटिव सोसाइटी के निवेशक कर सकेंगे आवेदन
– सहारा क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड लखनऊ
– सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड भोपाल
– हमारा इंडिया क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड कोलकाता
– स्टार्स मल्टीपर्पज को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड हैदराबाद
इनमे से पहली तीन सोसाइटीज के किसी भी जमाकर्ता जिसने 22 मार्च 2022 से पहले पैसा जमा किया हो वो रिफंड के लिए एलिजिबल है। वहीं स्टार्स मल्टीपर्पज को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड हैदराबाद के 29 मार्च 2023 से पहले के निवेशक भी आवेदन कर सकते हैं।
दावा प्रस्तुत करने पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज भेजा जाएगा। इसके बाद सहारा सोसाइटी 30 दिन के अंदर इसे वैरिफाई करेगी। अधिकारियों द्वारा अगले 15 दिन इस पर कार्रवाई होगी जिसके बाद अप्रूवल होने पर राशि सीधे आपके आधार से जुड़े अकाउंट में जमा की जाएगी।
5,000 करोड़ रुपये होंगे ट्रांसफर
सहारा ग्रुप की सहकारी समितियों के वास्तविक सदस्यों/जमाकर्ताओं की शिकायतों को दूर करने के लिए मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट में एक आवेदन दायर किया था। मार्च में सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि सहारा ग्रुप की सहकारी समितियों के वास्तविक जमाकर्ताओं के बकाया के भुगतान के लिए ‘सहारा-सेबी रिफंड अकाउंट’ से 5,000 करोड़ रुपए सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफ कोऑपरेटिव सोसाइटीज में ट्रांसफर किए जाएं।
इस बात पर था विवाद
सुब्रत रॉय सहारा पर अपनी दो कंपनियों सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन और सहारा हाउसिंग इंडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड में नियमों के खिलाफ लोगों से पैसे निवेश करवाने का आरोप लगा था। इस मामले को लेकर उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत रॉय को 24,400 करोड़ रुपए निवेशकों को लौटाने को कहा था। तब से लेकर आज तक ये केस चल रहा है।