NEW DELHI/RAIPUR. छत्तीसगढ़ में इस साल होने वाली विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए कांग्रेस की आज बड़ी बैठक नई दिल्ली मं हुई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में विधानसभा चुनाव की तैयारियों और रणनीति पर चर्चा की गई है। बैठक के बाद कुमारी शैलजा ने मीडिया से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सामूहिक नेतृत्व में छत्तीसगढ़ चुनाव कांग्रेस लड़ेगी। पूरी ताकत से मैदान में उतरेंगे। बैठक में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के अलावा प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, शिव डहरिया, कवासी लखमा के अलावा तीनो प्रभारी सचिव भी मौजूद थे।
मीडिया से चर्चा के दौरान शैलजा ने कहा कि कांग्रेस के सीनियर नेताओं को छत्तीसगढ़ की स्थिति के बारे में बताया गया है और आगे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार क्या करने जा रहे हैं उन सब बातों का विसतार से चर्चा भी हुई। सबने सकारात्मक रुख अपनाकर और सुझाव दिए कि अगले चार महीनों में हम काम करेंगे, कैसे करेंगे? अपने-अपने क्षेत्र में, जिसका जहां प्रभाव है चाहे सामाजिक रूप से, चाहे भौगोलिक रूप से, जिस तरह से भी सब अपना योगदान देकर, हम पार्टी को फिर से जिताकर, मजबूती से अपनी सरकार फिर से बनाएंगे।
कुमारी शैलजा ने कहा कि संगठन की ओर से पीसीसी अध्यक्ष ने सारी बातें बताईं, रूप-रेखा रखी और आगे के लिए हम क्या कर रहे हैं, पार्टी अभियान, प्रोग्राम जो चल रहे हैं और आगे हम क्या करेंगे चुनाव तक, वो बातें वहां पर रखी हैं। मंत्रियों ने और नेताओं ने सुझाव भी दिए, सामाजिक बातें भी रखी। राजनैतिक परिपेक्ष्य में जो आज भारतीय जनता पार्टी का जिस तरह से कार्य है, टोटल निगेटिव जो उनका काम है, धर्म के नाम पर है, जातियों के नाम पर है, उन सब बातों को वहां पर डिस्कस किया गया। सचिवों ने अपने-अपने क्षेत्रों की रिपोर्ट दी है। कुल मिलाकर सबने यही बात कही कि मिलकर सब काम करेंगे, मिल-जुलकर काम करेंगे। क्योंकि हमेशा जब सरकार बनती है तो उम्मीदें सरकार से ज्यादा होती हैं।
बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज के दिन हमारे पास जो संविधान है, हमारे लिए वो सर्वोपरि है, देश के लिए सर्वोपरि है, सारे समाज के लिए सर्वोपरि है, हर नागरिक के लिए सर्वोपरि है। अपने संविधान को हमें अपहोल्ड करना है, उसकी वैल्यूज को हमें अपहोल्ड करना है और भारतीय जनता पार्टी के पास केवल धार्मिक बातों के अलावा और कुछ नहीं है और धार्मिक बातों में लोगों को बरगलाने के सिवाय इनका कोई एजेंडा नहीं है। हमारे पास जो एजेंडा है, वो हमारे काम का और हमारी विचारधारा का है।