रायपुर। कवर्धा में रविवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा की आंच अब प्रशासनिक अफसरों तक पहुंच रही है। आईजी दुर्ग विवेकानंद सिन्हा के बयान के बाद भाजपा ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पूर्व मंत्री एवं अजय चंद्राकर और विधायक शिवरतन शर्मा ने आईजी दुर्ग के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की है। इस आशय का ज्ञापन पुलिस महानिदेशक को भी भेजा गया है। बता दें कि आईजी दुर्ग ने कहा था कि कवर्धा में सांप्रदायिक हिंसा के बाद मंगलवार को निकाली गई रैली में भाजपा ने बाहर से लोगों को बुलाकर माहौल खराब करने का प्रयास किया।
आईजी दुर्ग के बयान के बाद पूर्व मंत्री और विधायक गुस्र्वार को कवर्धा के लिए रवाना हुए। लेकिन जिले की सीमा पर बेरिकेड्स लगाकर बैठी पुलिस ने उन्हें हाइवे पर ही रोक लिया। जिले में प्रवेश न मिलने पर पूर्व मंत्री और विधायक धरने पर बैठ गए और आईजी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि आईजी का यह आरोप पूरी तरह से असत्य है कि बाहर से आए भाजपाइयों ने कवर्धा में दंगा किया है। हम आईजी के खिलाफ कवर्धा जाकर रिपोर्ट दर्ज कराएंगे।
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि आईजी क्या नेता बन गया है। आईजी ने कवर्धा में बयान दिया है, इसलिए कवर्धा में ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने कलेक्टर से कहा कि वे थाने में शिकायत देकर लौट आएंगे। अगर हम किसी नियम का उल्लंघन करते हैं तो हमें गोली मरवा देना। लेकिन कवर्धा में धारा 144 लागू होने के कारण किसी को प्रवेश नहीं दिया गया। बताया जाता है कि इसके बाद भाजपा नेताओं ने अपना ज्ञापन पुलिस महानिरीक्षक को भेजा है। कवर्धा में रविवार की हिंसा के बाद से ही धारा 144 लागू कर दी गई थी। इसके साथ ही ऐहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया था।
(TNS)