NEW DELHI. भारत के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के नीट यूजी परीक्षा 07 मई को हुई। नीट परीक्षा केंद्रों पर छात्राओं की सिक्योरिटी चेकिंग के दौरान कई आरोप लगे और बवाल हुए। कहीं छात्राओं को खुले में ब्रा उतारने को कहा गया, तो कहीं कपड़ों के अंदर हाथ डालकर उनकी चेकिंग की गई। इस साल नीट परीक्षा के लिए 20.87 लाख स्टूडेंट्स ने आवेदन किया था।
मगर, नीट यूजी 2023 भारत में मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में कुल 1,70,870 सीटें ही हैं। सरकारी कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स की लगभग 48,012 सीटें हैं। वहीं, निजी कॉलेजों में 43,915 सीटें हैं। लिहाजा, यह कहना गलत नहीं होगा कि नीट यूजी परीक्षा का स्तर काफी कठिन होता है। इससे साबित होता है कि देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक नीट का कॉम्पिटीशन लेवल कितना हाई है।
छात्राओं के साथ हुआ दुर्व्यवहार
नीट एग्जाम के दौरान महाराष्ट्र, चंडीगढ़ और पश्चिम बंगाल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चेंकिंग के दौरान लड़कियों को ब्रा उतारने पर मजबूर किया गया। परीक्षा देने वाली कुछ लड़कियों ने कहा है कि परीक्षा केंद्र पर उनकी ब्रा चेक की गई और उनसे इनरवियर उतारने को भी कहा गया। महाराष्ट्र में कुछ लड़कियों को खुले में कपड़े बदलने के लिए कहा गया।
NTA कर रहा है शिकायतों की जांच
नीट परीक्षा आयोजित करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से कहा गया है कि शिकायतें मिलने के बाद वह मामले की जांच कर रही है। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि कॉलेज छात्र नीट के अनिवार्य ड्रेस कोड का पालन नहीं कर रहे थे, लिहाजा आखिरी समय में उन्हें इस तरह की चेकिंग से गुजरना पड़ा।