RAIPUR. राजधानी में अंबेडकर दिवस के अवसर पर नफरत और हिंसा के खिलाफ शांति मार्च निकाला गया। नागरिक समाज के बैनर तले आम नागरिकों ने अंबेडकर चौक से आजाद चौक गांधी प्रतिमा तक मार्च निकाला। इस शांति मार्च में लोगों ने कहा कि साजा के बिरनपुर गांव में हुई घटना को सांप्रदायिक रंग देकर पूरे प्रदेश का माहौल खराब करने की वीएचपी संघ व बीजेपी की कोशिश नाकाम होगी। साथ ही नागरिक समाज ने कड़ी निंदा की है। शांति मार्च में डॉक्टर, किसान, मजदूर नेताओं, शिक्षक, प्रोफेसर, रंगकर्मी, लेखक, पत्रकार, छात्र संगठनों के लोग शामिल थे।रैली संविधान बचाओ देश बचाओ, भाई भाई नही लड़ेगा, साम्प्रदायिकता मुर्दाबाद के नारे के साथ गांधी प्रतिमा तक पहुंची, जहां सैकड़ों लोगों का हुजूम इकट्ठा हुआ। छत्तीसगढ़ जैसे शांति के टापू में घृणा, हिंसा और नफरत फैलाने की कोशिश का पुरजोर विरोध करते हुए इस मार्च में शामिल प्रबुद्ध जनों ने क्षुद्र चुनावी हितों केलिए प्रदेश के शांतिपूर्ण वातावरण को दूषित करने के प्रयासों को समाज के सभी वर्ग के लोगों से एकजुट होकर ऐसी कोशिशों को परास्त करने और मोहब्बत का पैगाम पंहुचाने की अपील की ।
प्रदेश की हवा को शांत रखने की सौगंध भी ली
शांति मार्च में शामिल सभी नागरिकों ने सांप्रदायिकता को परास्त करने और प्रदेश की आबो हवा को शांत रखने की सौगंध ली। नागरिक समाज ने यह संकल्प व्यक्त किया है कि आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ के सभी शहरों और कस्बों में इस प्रकार के शांति मार्च स्थानीय सभी वर्गों के, हम विचार नागरिकों की मदद से निकाले जाएंगे। छत्तीसगढ़ को अशांत करने के हर हथकंडे को पूरी ताकत लगाकर विफल किया जाएगा। यह प्रदेश की शांति को ही नष्ट करने का प्रयास है जिसे कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है । नागरिक समाज ने प्रदेश को किसी सूरत में विभाजनकारी राजनीति की प्रयोगशाला न बनने देने का संकल्प लेते हुए प्रदेश भर में ऐसे मार्च आयोजित करने का आव्हान किया