NARAYANPUR. 12 जनवरी से अबूझमाड़ के आदिवासी लगातार आंदोलन कर रहें हैं। जल, जंगल और जमीन को बचाने यह आंदोलन किया जा रहा हैं। प्रशासन के खिलाफ एक बार फिर नारायणपुर में आदिवासियों ने मोर्चा खोल दिया है। छोटेडोंगर से तोयामेटा सड़क चौड़ी करण करने व क्षेत्र में नवीन कैंप खोलने,तथा आमादई खदान को बंद करने की मांग ग्रामीणों द्वारा की जा रही हैं।
23 मार्च को ग्राम मडोनार व होड़नार के बीच हजारों की संख्या में अबूझमाड़ के ग्रामीण मौजूद रहे। वही शहीद भगत सिंह राजगुरु व बस्तर के वीर शहीदों को याद करते हुऐ विशाल कार्यक्रम आयोजित कर रैली निकाली गई।इस आंदोलन में महिला एवं पुरुष अपने पारंपरिक हथियारों के साथ बैठे हुए हैं। जिनका दावा हैं की मांग पूरी न होने तक आंदोलन किया जायेगा।
अपनी जरुरत का सारा सामान और राशन-पानी वे साथ लेकर आये हैं। साथ ही उन्होंने यह चेतावनी भी दी हैं कि,जरूरी सेवाओं के अलावा वे किसी भी प्रकार के आवागमन बिलकुल बर्दाश्त नहीं करेंगे।आदिवासियों ने कहां कि वे अपनी धरती को भगवान की तरह मानते हैं। जल, जंगल और जमीन को भारी नुकसान हो रहा है और उनका इलाका सुरक्षित नहीं हैं।