बिलासपुर। रेल मंत्री पीयूष गोयल का करीबी बताकर धोखाधड़ी करने वाले एक आरोपित के खिलाफ बिलासपुर पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के बाद आरोपित की गिरफ्तारी की जाएगी। सकरी क्षेत्र के दीनदयाल आवास कॉलोनी निवासी मो. अकबर खान ने आरोपी समीर खान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। समीर भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया में डालता था।
इन तस्वीरों के बल पर वह लोगों की नौकरी लगवाने का झांसे देकर उनसे पैसे की उगाही करता था। उसने अपने गार्ड अकबर खान के रिश्तेदारों की नौकरी लगाने के नाम पर उससे भी 9.5 लाख रुपए ठग लिए। काफी समय तक टालमटोल करने के बाद जब गार्ड को ठगी का एहसास हुआ, तो उसने सिविल लाइन थाने में मामले की शिकायत दर्ज करा दी।
पुलिस ने बताया कि अकबर खान निजी सुरक्षाकर्मी का काम करता है। दो साल पहले वह तालापारा निवासी समीर खान के यहां काम करता था। समीर खान दिल्ली और छत्तीसगढ़ के बड़े नेताओं से मिलकर उनके साथ फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया में डालता है। वर्ष 2019 में समीर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी से भी मिलने के लिए अपने साथ अकबर को भी दिल्ली ले गया। अकबर को लगा कि बड़े नेताओं से उसका संबंध है, तो वह अपने रिश्तेदारों को सरकारी नौकरी लगवाने की गुजारिश करने लगा।
समीर ने उसे रेल मंत्री पीयूष गोयल व सुरेश प्रभु से करीबी संबंध होने की बात बताकर उसके रिश्तेदारों को रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा दिया। उसकी बातों में आकर अकबर ने अपने साले रेयान खान और बिहार के विक्रमगंज जिला रोहताश के रिश्तेदार औरंगजेब की नौकरी लगाने की बात कही। इसके बदले में समीर ने पैसों की मांग की, तो अकबर ने रिश्तेदारों से लेकर साढ़े नौ लाख रुपए उसे दे दिए। बाद में 2020 में समीर ने उनके रिश्तेदारों की नौकरी नहीं लगवाई। इस पर उन्होंने अपनी रकम वापस मांगी, तो समीर टालमटोल करने लगा। आखिरकार अकबर ने मामले की शिकायत पुलिस से कर दी। पुलिस ने आरोपी समीर खान के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार करेंगे।
अकबर ने पुलिस को बताया कि आरोपी समीर ने इस तरह से वह धरमजयगढ़ सहित आसपास के कई बेरोजगार युवकों को लाखों रुपए का चूना लगा चूका है। करीब साल भर पहले भी अकबर ने इस मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में की थी। उस दौरान पुलिस ने आरोपी समीर को थाने बुलाया था। उस समय समीर ने अकबर के रिश्तेदारों को 18 लाख रुपए के चेक दिए थे। चेक बाउंस हो जाने के बाद पीड़ित ने समीर के खिलाफ केस दर्ज कराया है।