DURG. दुर्ग में हेल्दी स्नैक्स से लेकर जैमजेली और एलईडी लाइट से लेकर आरओ वाटर तक का उत्पादन किया जाएगा। जिले में ग्रामीण अंचलों में शीघ्र ही 12 रीपा शुरू किए जाएंगे। यहां युवा उद्यमियों को मौका मिलेगा। नगरीय निकायों में भी आजीविका केन्द्र शुरू किए जाएंगे। जिले में 12 रीपा जल्द ही शुरू हो जाएंगे। इनमें हेल्दी स्नैक्स से लेकर जेम जेली जैसे फूड और गारमेंट से लेकर LED Light तक बहुत से आइटम तैयार बनेंगे। दुर्ग के कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा ने अनेक ब्लॉकों में होने वाली गतिविधियों पर डिटेल में चर्चा की। इन 12 रीपा से इतर नगरीय निकायों में भी आजीविका केन्द्र शुरू होंगे और इसके लिए विस्तार से योजना बनाने के कलेक्टर ने निर्देश दिए है। बैठक में जिला पंचायत के CEO अश्विनी देवांगन, भिलाई नगर निगम के कमिश्नर रोहित व्यास सहित अन्य अफसर उपस्थित रहे।बैठक में कलेक्टर ने कहा कि CM भूपेश बघेल की मंशानुरूप रीपा के माध्यम से अधिक से अधिक रोजगार सृजन करना है। इसके लिए इच्छुक युवाओं की काउंसलिंग कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाए ताकि वे रीपा में उद्यम शुरू कर सकें।
गौरतलब है कि रीपा में प्रशासन द्वारा शेड और अन्य बुनियादी सुविधाएं उद्यमियों को उपलब्ध कराए जाएगी और इसके लिए बैंक लिंकेज आदि का बंदोबस्त भी किया जाएगा।
गुणवत्ता पर होगा फोकस
कलेक्टर ने हरेक रीपा में बनने वाले मुख्य उत्पादों पर चर्चा की। उदाहरण के लिए दुर्ग के
ढाबा में रीपा में आरंभ होने वाली गारमेंट फैक्ट्री पर उन्होंने कहा कि इसमें फिनिश्ड प्रोडक्ट ऐसा होना चाहिए कि जो गारमेंट में आधुनिक मानकों को पूरा करता हो, इसके लिए गारमेंट इंडस्ट्री में चल रही प्रैक्टिस के अनुसार काम करें क्योंकि इनके प्रोडक्ट्स की बाजार में अच्छी डिमांड हो। चंदखुरी में मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट रीपा में शुरू होगी। इसके बारे में उन्होंने कहा कि दुग्ध कारोबार में काफी संभावना है। इसमें गुणवत्ता का भरपूर ध्यान रखा जाए, तो इससे जुड़े उद्यमी बेहतर आमदनी कर सकते हैं इससे पशुधन से जुड़ी गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। धमधा के हसदा में टमाटर प्रसंस्करण और जेम जेली जूस पैकेजिंग यूनिट शुरू होगा। इसके लिए भी उन्होंने आवश्यक निर्देश दिए। दुर्ग ब्लॉक के कातरो में स्टेशनरी और फ्लैक्स का यूनिट लगेगा। कलेक्टर ने कहा कि इन सभी इलाकों में उत्पादों में काफी नवाचार हुआ है इसका ध्यान में रखते हुए उत्पादन करें।
गौरतलब है कि सभी उत्पादों का चयन मार्केट की संभावनाओं के अनुसार किया गया है, जिससे अधिक आमदनी की संभावना रहेगी।
युवा उद्यमियों की काउंसिलिंग होगी
उन्होंने कहा कि अनेक युवा नौकरी करने के बजाए स्वरोजगार सृजित करना चाहते हैं और उद्यम के फील्ड में बढ़ना चाहते हैं। इनकी काउंसलिंग की सुविधा नहीं होने के कारण ये दिशा तय नहीं कर पाते, इसके अलावा रीपा जैसा क्षेत्र नहीं होने की वजह से आरंभिक कदम उठाने में उन्हें जो हिचक होती थी उसकी परेशानी से मुक्ति मिलेगी।
नगरीय निकायों में आजीविका केंद्र
कलेक्टर ने नगरीय निकायों में भी आजीविका केन्द्र शुरू करने के लिए अधिकारियों से कहा है। उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों में भी ऐसे केन्द्र शुरू होने से युवा उद्यमियों के लिए भी अवसर होंगे और वे रोजगार सृजन भी ज्यादा कर सकेंगे। इसके लिए गतिविधियों का चयन कर जल्द ही ऐसे केन्द्र शुरू करें।