MUMBAI. निर्देशक राजामौली की फिल्म ‘आरआरआर’ के गाने ‘नाटू-नाटू’ गाने ने ऑरिजनल सॉन्ग कैटेगिरी में ऑस्कर अवॉर्ड जीता है। निर्देशक राजामौली की इस फिल्म ने भारतीय को फिर से गौरव से भर दिया है। ‘नाटू-नाटू’ की ये जीत एतिहासिक हैं। दरअसल, ऑस्कर अवार्ड को दुनिया के किसी भी अवार्ड्स में सबसे ऊपर माना जाता है। दुनिया के हर एक्टर या फिल्म जगत से संबंध रखने वाले शख्स के लिए ऑस्कर अवार्ड पाना एक सपने जैसा है। भारत से भी हर साल कई फिल्में अलग-अलग कैटेगरी में इस अवार्ड के लिए नामांकित होती है। हर साल कई एक्टर्स और फिल्म पर्सनल्स को ये अवार्ड दिया जाता है, लेकिन क्या आप इसे बनाने का तरीका, इसके बनाने में लगने वाली कीमत के बारे में जानते हैं? क्या आप जानते हैं कि अगर इस अवॉर्ड को जीतने वाला बेचेगा, तो उसे कितना पैसा मिलेगा?अगर नहीं जानते हैं, तो कोई बात नहीं। आज हम आपको इस अवॉर्ड के बारे में कई रोचक जानकारियां देने जा रहे हैं। ऑस्कर अवार्ड पहले सॉलिड ब्रॉन्ज में बनाया जाता था. जिसे बाद में 24 कैरट सोने से कोट किया जाता था। मगर, 2016 के बाद से न्यूयॉर्क बेस्ड फाइन आर्ट कंपनी पोलिश टॉलिक्स ऑस्कर अवार्ड्स का निर्माण करती है इसे 3 डी प्रिंटर से बनाने के बाद वैक्स से कोट किया जाता है। इसके बाद सिरेमिक शेल से कोट किया जाता है। कुछ हफ्ते रखने के बाद इसे 1600 डिग्री F पर तपाया जाता है। इसके बाद इन्हें लिक्विड ब्रॉन्ज में ढाला जाता है, ठंडा किया जाता है और फिर पॉलिश किया जाता है।
32 हजार में बनती है ऑस्कर स्टेच्यू
यहां से अवार्ड्स को ब्रूकलिन लाया जाता है, जहां इन पर 24 कैरट सोने का पानी चढ़ाया जाता है। हर अवार्ड 13.5 इंच लंबा होता है और इसका वजन 8.5 पाउंड होता है। एक अवार्ड को बनकर तैयार होने में 3 महीने का समय लगता है। इस एक मूर्ति को बनाने में 400 डॉलर यानी करीब 32 हजार से अधिक का खर्च आता है। वहीं, यदि आप इसे बेचना चाहेंगे, तो इसे इसके बदले में आपको मिलेंगे एक सिर्फ एक डॉलर यानी करीब 82 रुपए।
एक डॉलर में अकेडमी अवॉर्ड बिकेगा
सबसे पहली बात की कोई भी ऑस्कर अवार्ड को बेच नहीं सकता। ऑस्कर अवार्ड देने वाली अकादमी के मुताबिक़, किसी को भी इन अवार्ड्स को बेचने या नीलाम करने की अनुमति नहीं है। अगर कोई इन्हें नहीं रखना चाहता, तो उसे सबसे पहले इन्हें अकादमी को ही सिर्फ एक डॉलर में बेचना है। न सिर्फ अवार्ड जीतने वाला इसे नहीं बेच सकता, बल्कि उसके बाद उसके परिवार वाले भी इस अवार्ड को बेच नहीं सकते।