RAIPUR. विधानसभा बजट सत्र आज से शुरू हो गया। पहले दिन ही सत्र के दौरान हंगामा हुआ। राज्यपाल ने अंग्रेजी में अभिभाषण दिया। उन्होंने भूपेश सरकार की योजनाओं की उपलब्धियां बताईं. अभिभाषण के बीच में ही विपक्ष ने भूपेश सरकार को घेरा। राज्यपाल के अंग्रेजी में अभिभाषण पर विपक्ष ने चुटकी भी ली। वहीं सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष के हमलों पर पलटवार किया। दरअसल, राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के अभिभाषण के बीच भाजपा विधायक ने राज्यपाल को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्य सचिव ने आपके खिलाफ हाईकोर्ट में केस किया है। यह सरकार राज्यपाल को मान्यता देती है कि नहीं? अजय चंद्राकर और शिवरतन शर्मा ने कहा कि जिस राज्यपाल पर भरोसा नहीं, उनसे अभिभाषण पढ़वाया जा रहा है।
इस दौरान बीजेपी विधायक धरमलाल कौशिक ने भी सत्ता पक्ष पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में संवैधानिक संकट की स्थिति है। वहीं चंद्राकर ने कहा कि यह सरकार आप के नियमों और अधिकारों के खिलाफ कोर्ट गई है। शिवरतन शर्मा ने कहा कि प्रदेश की क्या स्थिति है, उसे जनता देख रही है। विधायक सौरभ सिंह ने अंग्रेजी में बताया कि यह सरकार राज्यपाल के खिलाफ कोर्ट गई है। सदन में विपक्ष के आरोप पर सत्ता पक्ष के लोगों ने भी जोरदार हमला बोला। सत्ता पक्ष के सदस्यों का कहना था कि यह राज्यपाल का अपमान है। हालांकि हंगामें के बीच राज्यपाल ने अभिभाषण पढ़ना शुरू कर दिया। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक जारी रही। मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि विपक्ष का राज्यपाल से भरोसा उठ गया है।
अंग्रेजी में अभिभाषण पर वार-पलटवार भी
इससे पहले विधानसभा स्पीकर डॉ चरणदास महंत ने बताया कि राज्यपाल हिंदी और अंग्रेजी में अभिभाषण पढ़ेंगे। इसे लेकर भी विधायकों ने चुटकी ली। धर्मजीत ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के अलावा किसी को समझ नहीं आएगा कि राज्यपाल क्या बोल रहे हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि किस समय में मेज थपथपाना है बता देना। हालांकि सबके बीच राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन अपना भाषण पढ़ते रहे। राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने अभिभाषण में कहा कि मेरी सरकार ने छत्तीसगढ़ को नई आशा और विश्वास का गढ़ बनाया है. उन्होंने राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश के हर वर्ग के विकास के लिए सभी जरूरी काम किए हैं।