RAIPUR. कांग्रेस का 85वां महाधिवेशन रायपुर के जोरा स्थित स्वर्गीय मोतीलाल वोरा सभा स्थल पर आयोजित जनसभा के समापन के साथ पूरा हो गया। आमतौर पर किसी महाधिवेशन के बाद जनसभा नहीं की जाती है, लेकिन रायपुर महाधिवेशन बाद जनसभा भी हुई। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि राहुल गांधी ने सिर्फ 2500 रुपये धान खरीदी का वादा किया था, लेकिन सरकार 2600 पर धान खरीद रही है, अगले साल 2800 पर खरीदी होगी। यही फर्क है कांग्रेस और भाजपा में। सीएम ने बताया कि अधिवेशन में पार्टी ने आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए रोडमैप तैयार कर लिया है। मोहन मरकाम ने भी कहा कि महाधिवेशन के असर से ना सिर्फ 2024 में केंद्र में राहुल की अगुवाई में सरकार बनेगी, बल्कि राज्य में भी कांग्रेस की सरकार लौटेगी।
प्रदेश काग्रेस के करीब एक लाख कार्यकर्ता और नेता की मौजूदगी में प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, अशोक गहलोत समेत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने संबोधित किया। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि राहुल गांधी ने सिर्फ 2500 रुपये धान खरीदी का वादा किया था, लेकिन सरकार 2600 पर धान खरीद रही है, अगले साल 2800 पर खरीदी होगी।
वहीं भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस ने रोड मैप बिहार, उत्तरप्रदेश, आसाम, उत्तराखंड के चुनाव लिए भी बनाया था। इन राज्यों में छत्तीसगढ़ मॉडल की भी बात की गई थी लेकिन सभी जगह कांग्रेस की करारी हार हुई । रायपुर में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में 2023 – 24 के चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा बनाए गए रोड मैप का भारतीय जनता पार्टी पर कोई असर नहीं होगा । उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन से छत्तीसगढ़ के लोगों को कुछ नहीं मिला है ।
प्रियंका गांधी ने कहा कि वो पहली बार छत्तीसघगढ आई हैं, लेकिन उनकी दादी और मां छत्तीसगढ़ की कहानियां बताती रहती थीं। यह प्रदेश काफी खूबसूरत है, यहां की सरकार छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान और संस्कृति को पूरे देश में फैला रही है। यह बात केंद्र को रास नहीं आ रही, लेकिन यहां की सरकार कोई दबा नहीं सकता। ये सरकार जितना काम कर रही है, उतना किसी राज्य की सरकार नहीं कर रही।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ईडी रेड पर केंद्र को आड़े हाथों लिया। उन्होनें कहा कि 51 साल में उन्होंने कहीं नहीं देखा की महाधिवेशन की तैयारी चल रही हो, वहां ताबड़तोड़ छापे मारे गए, लेकिन छत्तीसगढ़ के लोग डरने वाले नहीं हैं। यहां की सरकार हर वर्ग के लिए शानदार काम कर रही है। जबकि केंद्र की सरकार लोकतांत्रिक नहीं, तानाशाही वाली सरकार है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाधिवेशन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि मोदी सरकार चुनी हुई सरकार की खरीद फरोख्त करती है। राजस्थान में भी कोशिश की, लेकिन छत्तीसगढ़ में हिम्मत नहीं हो पाई।