BENGALURU. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चुनावी राज्य कर्नाटक के यादगिरी और कलबुर्गी जिलों में कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत की. उन्होंने कई प्रोजेक्ट पूरे होने के बाद उनका लोकार्पण भी किया. यादगिरि के कोडेगा में राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना के साथ पीएम मोदी ने सिंचाई और पीने के पानी सहित विभिन्न वर्गों में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत बहु-ग्राम पेयजल आपूर्ति योजना के साथ-साथ यादगिरि में नारायणपुर लेफ्ट बैंक नहर-विस्तार, नवीनीकरण और आधुनिकीकरण परियोजना को भी हरी झंडी दिखाई.
पीएम मोदी के संबोधन के शीर्ष बातें
हमारी पार्टी की प्राथमिकता वोट बैंक नहीं सिर्फ विकास है. हमने उन जगहों के विकास को बढ़ावा दिया, जिन्हें पिछली सरकार ने ‘अविकसित’ घोषित किया था. यादगिरी के साथ-साथ हमने भारत के 100 से अधिक शहरों में ‘आकांशी जिला’ कार्यक्रम शुरू किया और सुशासन पर ध्यान केंद्रित कर उनके विकास पर काम किया.
हमें सीमा, तटीय और आंतरिक सुरक्षा के साथ-साथ जल सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को भी समाप्त करना है. हमारी ‘डबल-इंजन’ सरकार सुगमता और संरक्षण की विचार प्रक्रिया के साथ-साथ उस दिशा में काम कर रही है. इस कड़ी में बड़े पैमाने पर भूजल स्तर को ऊपर लाने की दिशा में भी काम हो रहा है.
3.5 साल पहले जब जल जीवन मिशन शुरू हुआ था, तब 18 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से केवल 3 करोड़ ग्रामीण परिवारों के पास नल के पानी का कनेक्शन था. आज देश में लगभग 11 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से जल मिल रहा है.
आजकल देश में प्रति बूंद, अधिक फसल और सूक्ष्म सिंचाई पर जोर दिया जा रहा है. पिछले 6-7 वर्षों में लगभग 70 लाख हेक्टेयर भूमि को सूक्ष्म सिंचाई के दायरे में लाया गया है.
डबल इंजन की सरकार का मतलब है राज्य को दोहरा फायदा. जब केंद्र सरकार पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को 6,000 रुपये का भुगतान करती है, तो राज्य सरकार उन्हें दोहरा लाभ प्रदान करने के लिए इसमें 4,000 रुपये के अंशदान को अपनी तरफ से जोड़ती है.
आजादी के 70 साल बाद भी विकास की बांट जोह रहे है इलाकों को हमारी सरकार प्राथमिकता दे रही है. हमारा यही तरीका, संकल्प और कार्य करने का मंत्र है. दशकों से करोड़ों छोटे किसान हर सुख-सुविधा से महरूम थे. पिछली सरकारों ने उनकी जरा भी सुध नहीं ली थी.
- कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार की पीएम मोदी ने की अनौपचारिक शुरुआत
- यादगिरी के साथ भारत के 100 से अधिक शहरों में ‘आकांशी जिला’ कार्यक्रम शुरू
- पिछले 6-7 वर्षों में लगभग 70 लाख हेक्टेयर भूमि को सूक्ष्म सिंचाई के दायरे में लाए