SURAJPUR. जब किसी का स्वागत करते हैं तो फूलों की माला पहनाते हैं और पहनने वाला खुद को गौरवान्वित महसूस करता है। जब कभी उग्र विरोध जताना होता है तो उसे जूतों की माला पहनाने की कोशिश प्रदर्शनकारी करते हैं। लेकिन, कोई स्वयं जूते-चप्पलों की माला पहनकर पब्लिक के पास पहुंचे तो आश्चर्य होना लाजमी है। कुछ इसी तरह का मामला सूरजपुर में आया है, जहां जनपद अध्यक्ष जगलाल सिंह स्वयं जूते-चप्पलों की माला पहनकर दफ्तर पहुंच गए। वे इसी रूप में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी मिलना चाहते हैं। मामला निश्चय ही विरोध का है, लेकिन किस बात का विरोध हम पूरा बताने जा रहे हैं।

दरअसल, सूरजपुर के जनपद पंचायत अध्यक्ष जगलाल सिंह उपेक्षा का शिकार हुए हैं, जिससे वे खासे नाराज हैं और इसे जताने के लिए वे कभी फेसबुक पर लाइव इसी रूप में आते हैं तो कभी इसी हालत में दफ्तर पहुंच जाते हैं। आपको बता दें कि बीते दिनों पुलिस विभाग की ओर से सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया गया। इसके समापन समारोह में उन्हें मंच पर आमंत्रित नहीं किया गया। यहां तक कि उन्हें आमंत्रण पत्र में भी जगह नहीं दी गई थी।

इस उपेक्षा से वे खासे नाराज हुए। इसे जताने के लिए ही वे जूते-चप्पल की माला पहनकर कार्यालय में बैठ गए और काम शुरू कर दिया। इस बारे में उन्होंने कहा कि जिला पुलिस प्रशासन द्वारा 33वां यातायात सड़क सुरक्षा सप्ताह समापन समारोह का आयोजन किया गया। उनके कार्यालय में भी आमंत्रण कार्ड भेजा गया था। उसमें उनका नाम भी नहीं था, लेकिन चूंकि उन्हें बुलाया गया था, इसलिए वे पहुंच गए। वहां पर भी मंच के नीचे कुर्सी पर वे बैठे। सभी जनप्रतिनिधि और अधिकारी आए। पहले कलेक्टर फिर पुलिस अधीक्षक और फिर विधायक। सभी का मंच पर सम्मान किया गया। लेकिन, न तो उनका नाम पुकारा गया और न ही मुझे बुके देकर सम्मानित ही किया गया। वे कहते हैं कि वे भी 108 गांवों की ढाई लाख जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके बाद भी ये उपेक्षा।
सोशल मीडिया में हुए वायरल
जनपद अध्यक्ष का ये अनूठा विरोध-प्रदर्शन सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है। उनकी दफ्तर में कामकाज की इस तस्वीर के अलावा फेसबुक पर लाइव हुए वीडियो को भी लोग वायरल कर रहे हैं। उसमें तो उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेताओं और जनप्रतिनिधियों को भी घेरा है और उन पर सवाल उठाए हैं। जबकि उनकी नाराजगी को लेकर कांग्रेस के पदाधिकारियों से सवाल किया गया तो वे इस बारे में कुछ कहने से ही इनकार करते नजर आए।

जूते—चप्पल की माला पहनकर ही सीएम से करेंगे मुलाकात
सूरजपुर जनपद पंचायत अध्यक्ष जगलाल सिंह ने का कहना है कि ये पहली बार नहीं है जब उनकी उपेक्षा की गई हो। जिला प्रशासन के हर आयोजन में वे इसी तरह उपेक्षा का शिकार होते हैं। इस बार ये बर्दाश्त से बाहर हुआ तो उन्हें इस तरह विरोध दर्ज कराने के लिए बाध्य होना पड़ा। अब वे इसी तरह ही मुख्यमत्री भूपेश बघेल से भी मिलने वाले हैं, ताकि उन्हें भी पता चले कि उनकी पार्टी के जनप्रतिनिधि कैसे उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं।
आखिर सच हुई पीसीसी प्रभारी से की शिकायत
पिछले दिनों प्रदेश के प्रवास पर पहुंचीं कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा से कुछ स्थानीय पार्टी पदाधिकारियों ने अपनी ही पार्टी में उपेक्षा की शिकायत की थी। इसमें स्थानीय व जिला प्रशासन के कार्यक्रमों और प्रभारी मंत्रियों व केेबिनेट मंत्रियों के कार्यक्रमों उनकी उपेक्षा किए जाने की बात कही गई थी। सूरजपुर के इस मामले को देखकर आखिर ये शिकायत बिल्कुल सच प्रतीत हो रही है। इसी को लेकर पीसीसी की ओर से पत्र भी जारी किया गया था। अब देखते हैं कि इस मामले में कोई कार्रवाई होती है या फिर जगलाल को ही पार्टी की अनुशासनहीनता का आरोपी तो नहीं बना दिया जाता है।


































