
October 20, 2022
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गांव में रोजाना निकलता है 1000 लीटर दूध, पर बेचने से डरते हैं लोग… जानें क्यों
by Vikas Mishra
BETUL. दूध-दही वो भी फ्री सुन कर आप भी चौंक गए होंगे। लेकिन मध्य प्रदेश के बैतूल में एक ऐसा गांव है, जहां दूध-दही के पैसे नहीं लिए जाते। यहां के लोग दूध, दही और छांछ फ्री में देते हैं। मेहमानों को ताजा दूध पिलाया जाता है। इस गावं का नाम चूड़िया हैं। यहां हर... Read More





ग्रामीणों ने बताया कि सालों पहले यहां चिनध्या साधु बाबा आए थे। उन्होंने गावं वालों को दूध और दही का व्यापार करने से मना किया था। तब से गांव वाले बाबा की आज्ञा का पालन कर रहे हैं। इतना ही नहीं बाबा ने गावं वालों को आम और जामुन भी बेचने से माना किया था। गावं के लोगों के पास लाखों रुपये का ऑफर आता है लेकिन वो बाबा की बात मान कर आम और जामुन भी नहीं बेचते।
बाबा की पांचवी पीढ़ी के वंशज किशन महाराज ने बताया कि गांव का एक परिवार हरियाणा से भैंस लेकर आया और डेरी का काम करने लगा। गावं के लोगों ने उसे ऐसा करने से काफी मना किया लेकिन वो नहीं माना। इसके बाद एक साल के अंदर ही उसकी 9 भैंसों की मौत हो गई। जिसके बाद सभी गांव वालों ने दूध-दही बेचना बंद कर दिया।
गांव के लोग दूध को बेचने के बजाय गरीबों को बांट देते हैं। और बचे हुए दूध से घी बनाकर घर में इकट्ठा करते हैं। साल में एक बार चिनध्या साधु बाबा के मंदिर में मेला लगता है, जिसमे होने वाले भंडारे में इसी घी से भोजन बनाया जाता है। जिसे लोग बाबा का प्रसाद समझकर खाते हैं।

























