महासमुंद। जिले में चल रहे मनरेगा में काम करने के बाद मछली पकड़ने गए 5 मजदूर करंट की चपेट में आ गए। इनमें से 2 लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 3 लोगों ने भागकर जान बचाई। परिवार में इस हादसे से मातम छा गया।
मिली जानकारी के मुताबिक कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पतेरापाली के पांच ग्रामीण मनरेगा कार्य से वापस आकर सितली नाला डायवर्सन में मछली पकड़ने के लिए जाल फैला रहे थे, तभी नाले में लगे पनडुब्बी पंप से फैले करंट की चपेट में आ गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि किसी को ऐसी कोई भनक नहीं थी कि नाले में कोई खतरा है। क्योंकि मछली पकड़ने के लिए पहले भी यहां आते रहे हैं। उसी तरह आज भी साथियों के साथ मछली पकड़ने पहुंचे थे। जाल फैलाते समय पानी के संपर्क में आते ही जीवराज पहले करंट की चपेट में आया। वह जोर से चिल्लाया और पानी में ही छटपटाने लगा।
उसका साथी साकू कुछ समझ पाता उसके पहले तत्काल वह जीवराज को बचाने के लिए दौड़ा। इस दौरान वह भी करंट की चपेट में आ गया। वह भी छटपटाने लगा। इस दौरान दोनों की करंट लगने के कारण मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के बाद साथ गए साथी समझ गए कि पानी में कुछ गड़बड़ है। उन्हें शंका हुई कि कहीं से करंट तो नहीं दौड़ रहा है। पुलिस के मुताबिक करंट से मरने वालों में साकू राम ध्रुव की उम्र 60 वर्ष है। दूसरा मृतक का नाम जीवराज (55 वर्ष) है। दोनों ग्राम पतेरापाली के निवासी हैं।
मामले की जानकारी कोटवार ने पुलिस को दी। कोटवार से सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। कोतवाली थाना क्षेत्र का मामला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। दो लोगों की मौत से गांव में मातम पसर गया है।
(TNS)