JAGDALPUR NEWS. बस्तर ओलंपिक 2025 का समापन समारोह आज जगदलपुर में भव्य तरीके से संपन्न हुआ, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, इस आयोजन में आत्मसमर्पित नक्सलियों ने भी भाग लिया और अपनी प्रतिभा दिखाई। उन्होंने बस्तर की नृत्य और छत्तीसगढ़ी गाने पर जमकर डांस किया, जो एक दिलचस्प और उत्साहजनक दृश्य था। कुल 761 आत्मसमर्पित नक्सली शामिल हुए, जिन्हें नुआ बाट नाम दिया गया है, जिसका अर्थ है नया रास्ता।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह प्रदेश के मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा अरुण साव एवं मंत्री केदार कश्यप सहित बस्तर संभाग के प्रमुख नेता बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बस्तर में विकास कार्यों और नक्सलवाद के समाप्ति को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि बस्तर के गांव गांव तक विकास की योजनाएं पहुंचेंगी ।

वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि 2030 तक बस्तर संभाग और इसके सातों जिले देश के सबसे विकसित आदिवासी जिले होंगे। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक बार फिर दोहराया कि 31 मार्च 2026 तक देश नक्सली मुक्त होगा। उन्होंने कहा कि हिंसा से विकास का रास्ता नहीं निकलता शांति से ही विकास का रास्ता निकल सकता है, इसलिए जो नक्सली अभी बचे हुए हैं उन्हें विनम्र आग्रह है कि वह मुख्य धारा में शामिल हों।

बस्तर ओलंपिक में सरेंडर नक्सलियों का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि ओलंपिक में 700 से अधिक नक्सली शामिल हुए हैं। यह अपने आप में बहुत ही अच्छी बात है, उन्होंने कहा कि बस्तर की सांस्कृतिक विरासत अद्भुत है, उन्होंने कहा कि सहकारिता के जरिए आने वाले समय में गांव-गांव तक यूनिट लगाए जाएंगे कुपोषण और अन्य समस्याओं के स्थाई समाधान की तरफ भी सरकार काम कर रही है।

बस्तर विकसित जिलों के साथ ही विकसित क्षेत्र के रूप में जाना जाएगा। विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री की मौजूदगी में छत्तीसगढ़ के प्रमुख नेताओं ने परेड की सलामी ली और मलखंब एवं खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना की।


































