RAIPUR NEWS. 14 दिसंबर से शुरू हो रहे छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सदन का माहौल जमकर गरमाने की आशंका है । कांग्रेस ने महंगी बिजली, जमीन की नई गाइडलाइन, SIR में गड़बड़ी, धान खरीदी की समस्या, लॉ एंड ऑर्डर,जेल में आदिवासी नेता की मौत और खदान आबंटन के मामले सरकार को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है ।

इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत 12 दिसम्बर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक लेने वाले हैं। जिसमें इसकी रणनीति तैयार की जाएगी । मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए कांग्रेस के अनुभवी और वरिष्ठ विधायकों को एक एक मुद्दे पर तैयारी करने को कहा गया है । इसके अलावा विपक्ष हर दिन अलग अलग मुद्दों पर स्थगन प्रस्ताव भी लाने की तैयारी में है । विपक्ष के मूड को देखते ये अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार शीतकालीन सत्र में सदन का माहौल गरम रहेगा।

वहीं इस पर तंज कसते हुए भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा कि पहले कांग्रेस किसी मुद्दे पर एक तो हो जाएं, फिर वो हमें घेरने की सोचें । विपक्ष के सारे मुद्दे फेल हैं, हम सबका जवाब देंगे ।

बता दें कि छत्तीसगढ़ के संसदीय इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। राज्य गठन के बाद 25 वर्षों में यह पहली बार होगा जब विधानसभा का सत्र रविवार के दिन से शुरू होगा। शीतकालीन सत्र 14 से 17 दिसंबर तक नवनिर्मित विधानसभा भवन में चलेगा।

यह सत्र इसलिए भी है खास
यह सत्र इसलिए भी खास है क्योंकि 14 दिसंबर को ही विधानसभा का स्थापना दिवस है, जिसकी याद में सत्र का पहला दिन इसी तारीख को रखा गया है। दरअसल, राज्य बनने के बाद विधानसभा की पहली बैठक 14 दिसंबर 2000 को हुई थी और संयोगवश इस बार 14 दिसंबर का दिन रविवार को पड़ रहा है। इस दिन को यादगार बनाने के लिए सत्र की शुरुआत इसी दिन से करने का निर्णय लिया गया है।


































