RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 3200 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में गिरफ्तार राज्य प्रशासनिक सेवा की निलंबित अधिकारी सौम्या चौरसिया को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज यानी 17 दिसंबर को स्पेशल कोर्ट में पेश किया। सुनवाई के बाद कोर्ट ने सौम्या चौरसिया को तीन दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया है। ईडी ने 16 दिसंबर को लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था और आगे की जांच के लिए रिमांड की मांग करते हुए कोर्ट में पेश किया गया।

जानकारी के मुताबिक ईडी ने सौम्या चौरसिया को शराब घोटाले में पूछताछ के लिए मंगलवार को तलब किया था। कई घंटे चली पूछताछ के बाद ईडी की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद अब मामले से जुड़े पैसों के लेनदेन और अन्य आरोपियों से संबंधों को लेकर उनसे पूछताछ की जाएगी। सौम्या चौरसिया पहले से ही कोयला घोटाला मामले की मुख्य आरोपियों में शामिल रही हैं। इससे पहले मई महीने में सुप्रीम कोर्ट की शर्तों के आधार पर सौम्या चौरसिया समेत छह आरोपियों को रिहा किया गया था।

बता दें कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2019 से 2023 के बीच शराब नीति में बदलाव कर बड़े पैमाने पर घोटाला किए जाने का आरोप है। आरोप है कि नीति में ऐसी शर्तें रखी गईं, जिससे चहेती कंपनियों को ही सप्लाई का काम मिल सके। इन कंपनियों ने नोएडा की एक कंपनी के जरिए नकली होलोग्राम और सील तैयार करवाई थी।

अब तक इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी
शराब घोटाला मामले में अब तक पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल, पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके अलावा आबकारी विभाग के 28 अधिकारियों को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया था, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल चुकी है।

ऐसा चलता था पूरा सिंडिकेट
ईडी का दावा है कि रिटायर आईएएस अनिल टुटेजा, कारोबारी अनवर ढेबर, चैतन्य बघेल, मनीष उपाध्याय और जयचंद कोसले की चैट रिपोर्ट और पूछताछ के आधार पर सौम्या को गिरफ्तार किया गया है। पिछली सरकार के दौरान पावरफुल अधिकारियों के आधा दर्जन वाट्सएप ग्रुप थे। इसमें बिग बॉस, जय मां काली ग्रुप, पाल ग्रुप, डिस्कशन ग्रुप, जुगनू ग्रुप, अवतार और मंथली ग्रुप शामिल है। मंथली ग्रुप में पैसों के लेन-देन का जिक्र है। इन्हीं में मिले चैट के आधार पर सौम्या के खिलाफ कार्रवाई की गई है। गिरफ्तार आरोपियों से जब्त डायरी में भी कोडवर्ड में इन लेन-देन का उल्लेख मिला है।


































