RAIPUR NEWS. देशभर के हजारों निवेशकों की गाढ़ी कमाई से जुड़े 2434 करोड़ रुपए के कथित रियल एस्टेट निवेश घोटाले ने आज यानी 19 दिसंबर को बड़ा मोड़ ले लिया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका को लेकर एकसाथ कई राज्यों में कार्रवाई कर जांच को निर्णायक दिशा में आगे बढ़ा दिया है। ईडी ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और कर्नाटक सहित देश के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर छापेमारी की।

यह कार्रवाई सीबीआई में दर्ज उस मामले से जुड़ी है, जिसमें रियल एस्टेट निवेश फंड के जरिए निवेशकों से धोखाधड़ी कर करीब 2,434 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने रायपुर, मुंबई, नासिक और बेंगलुरु में एकसाथ दबिश दी। मुंबई में करीब 20 ठिकानों पर जांच चल रही है, जबकि रायपुर, नासिक और बेंगलुरु में लगभग 10 ठिकानों को खंगाला जा रहा है। छापेमारी के दौरान दस्तावेजों, डिजिटल रिकॉर्ड और लेन-देन से जुड़े अहम सबूत जुटाए जा रहे हैं।

बताया जा रहा है कि जांच का केंद्र जय कॉर्प लिमिटेड के निदेशक और उद्योगपति आनंद जयकुमार जैन, उनसे जुड़ी सहयोगी कंपनियां और उनके व्यावसायिक साझेदार हैं। ईडी यह पड़ताल कर रही है कि निवेशकों से जुटाई गई राशि को किस तरह विभिन्न कंपनियों और खातों के जरिए घुमाया गया और किन माध्यमों से इसे वैध दिखाने की कोशिश की गई।

अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत की जा रही है। आने वाले दिनों में पूछताछ और जब्ती की कार्रवाई और तेज हो सकती है। जांच के नतीजों पर निवेशकों की नजर टिकी हुई है, जिन्हें अपने निवेश की वापसी की उम्मीद है।

इससे पहले भी जांच एजेंसियां कर चुकी हैं कार्रवाई
मार्च 2025: ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल और अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की, जिनसे शराब घोटाले और मनी-लौंडरिंग से जुड़ा मामला जुड़ा था। इस दौरान भिलाई सहित कई स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया और स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं और एजेंसी के बीच तनाव की भी खबरें आईं। जुलाई–अगस्त 2025: ईडी ने चिकित्सा उपकरण और रिएजेंट्स से जुड़े कथित भ्रष्टाचार मामले में 18 से अधिक जगहों पर छापेमारी की। इस मामले में अधिकारियों और सप्लायरों पर धन शोधन के आरोप हैं।
अगस्त 2025: दुरग में मेडिकल सेवा कंपनी और उसके पदाधिकारियों के खिलाफ ईडी ने 28 अगस्त 2025 को आरोपियों के परिसरों पर सर्च और जब्ती ऑपरेशन चलाया, जिसमें लग्जरी वाहन भी जब्त किए गए। 2023-2024 में कोयला लेवी और मनी-लॉंडरिंग मामले ईडी ने कोयला लेवी घोटाले में कई वरिष्ठ अधिकारियों, राजनेताओं और व्यवसायियों के ठिकानों पर छापे मारे।


































