SUKMA NEWS. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। सुकमा के जंगलों में नक्सलियों की ताकत की असली रीढ़ मानी जाने वाली हथियार सप्लाई चेन पर सुरक्षा बलों ने करारा वार किया है। बंदूक और विस्फोटक खुद तैयार कर अपनी ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रहे माओवादियों की योजना को सीआरपीएफ और डीआरजी की संयुक्त कार्रवाई ने नाकाम कर दिया। सीआरपीएफ और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की संयुक्त टीम ने नक्सलियों द्वारा संचालित अवैध हथियार निर्माण फैक्ट्री (ऑर्डिनेंस फैक्ट्री) को ध्वस्त कर दिया है।

नक्सलियों की यह फैक्ट्री मीनागट्टा इलाके के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में छिपाकर बनाई गई थी, जहां माओवादी बंदूक और गोला-बारूद तैयार कर रहे थे। रविवार को चलाए गए इस विशेष अभियान के दौरान जवानों ने मौके से नक्सलियों की हथियार सप्लाई से जुड़ा भारी मात्रा में सामान बरामद किया। कार्रवाई के दौरान 8 सिंगल शॉट राइफल, विस्फोटक सामग्री और हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जब्त किए गए हैं। इससे साफ है कि नक्सली लंबे समय से इस इलाके में संगठित तरीके से हथियार निर्माण कर रहे थे।

सुरक्षा बलों के मुताबिक, यह फैक्ट्री नक्सलियों की स्थानीय जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ अन्य दलों को भी हथियार सप्लाई करने का केंद्र बन चुकी थी। फैक्ट्री के ध्वस्त होने से नक्सलियों की परिचालन क्षमता को बड़ा नुकसान पहुंचा है। सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने कहा कि बस्तर संभाग में शांति और सुरक्षा बहाल करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। नक्सलियों की हिंसक गतिविधियों और उनके सप्लाई नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे।

बता दें कि सुकमा पुलिस की बदली हुई रणनीति और लगातार चल रहे समन्वित एंटी-नक्सल ऑपरेशनों का असर अब जमीन पर साफ दिख रहा है। वर्ष 2024 से अब तक जिले में 599 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, 460 माओवादी गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि 71 माओवादी मारे जा चुके हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि नक्सलियों का नेटवर्क कमजोर पड़ता जा रहा है और बचे हुए माओवादियों पर लगातार दबाव बढ़ रहा है।

ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से ये सामग्री बरामद
- सिंगल शॉट राइफल – 08 नग
- 12 बोर कारतूस – 15 नग
- इलेक्ट्रिक डेटोनेटर – 05 नग
- कॉर्डेक्स वायर – 30 मीटर
- सेफ्टी फ्यूज – 30 मीटर
- पीईके विस्फोटक – 02 किलोग्राम
- एएनएफओ विस्फोटक – 01 किलोग्राम
- अमोनियम नाइट्रेट – 10 किलोग्राम
- वायरलेस वीएचएफ सेट – 08 नग
- वेल्डिंग मशीन – 01 नग
- कटर मशीन – 01 नग
- मल्टीमीटर – 01 नग
- नक्सली वर्दी, वर्दी निर्माण सामग्री और नक्सली साहित्य।
2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद के पूर्ण खात्मे का लक्ष्य तय किया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और गृह मंत्री विजय शर्मा के नेतृत्व में राज्य में नक्सल विरोधी अभियानों को लगातार तेज किया गया है। इन अभियानों के चलते जहां कई शीर्ष नक्सली मारे गए हैं, वहीं बड़ी संख्या में माओवादी हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौट रहे हैं।

































