DURG NEWS. छत्तीसगढ़ में सरकार द्वारा जमीन की खरीदी बिक्री के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है। जिसको लेकर पूरे प्रदेश में जमीन कारोबारी लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज दुर्ग जिले में भी बढ़ी हुई दर को कम करने और 5 डिसमिल से कम की रजिस्ट्री नहीं होने का आदेश को, रद्द करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया।

इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पैदल कलेक्ट्रेट के लिए निकले। लेकिन पुलिस ने पहले से ही, बेरीकेडिंग कर रखी थी। जिसके कारण प्रदर्शनकारियों ने पटेल चौक पर काले झंडे लहराए, काले गुब्बारे छोड़कर राज्य सरकार के खिलाफ में नारेबाजी की। प्रदर्शन के कारण एक तरफ का मुख्य मार्ग पर घंटों तक जाम लगा रहा। इसी दौरान, प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और बेरीकेडिंग को तोड़कर कलेक्ट्रेट के भीतर घुसने का प्रयास किया।

वहीं स्थिति को नियंत्रित करने के लिए, पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और इन प्रदर्शन कारियों को दौड़ दौड़ा कर पीटा। इसमें कई प्रदर्शनकारियों के सिर फूट गए। तो वहीं कुछ महिलाएं भी घायल हो गए। पुलिस ने करीब 8 लोगों को हिरासत में लिया है।

रियल एस्टेट कारोबारियों ने किया प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ में अचल संपत्तियों की सरकारी गाइडलाइन में बदलाव और दरों में अचानक वृद्धि होने से रियल एस्टेट सेक्टर हिल गया है। नई गाइडलाइन में दरें 10 गुना तक बढ़ गई हैं, जिसके चलते जमीन और मकानों की रजिस्ट्री अब पहले की तुलना में कई गुना महंगी हो गई है। इसका सबसे बड़ा असर मध्यम वर्ग और किसानों पर पड़ा है।

नई गाइडलाइन के मुताबिक घर या जमीन खरीदने के लिए अब अत्यधिक टैक्स और शुल्क देना पड़ेगा। इस बदलाव के विरोध में भिलाई तीन में भी आम नागरिक और रियल एस्टेट कारोबारियों ने जमकर प्रदर्शन किया था।



































