NEW DELHI NEWS. संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही जारी है। गुरुवार को राज्यसभा में छत्तीसगढ़ के हसदेव जंगल में पेड़ों की कटाई का मुद्दा गूंजा। छत्तीसगढ़ से कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने यह मुद्दा उठाया और सरकार के कई सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि हम मानव और वन्यजीव संघर्ष की बात तो करते हैं, लेकिन इसमें रोकथाम नहीं हो रहा है। हम वन्यजीवों के घरों में जा रहे हैं, इसलिए वे हमारे घरों की ओर आ रहे हैं। इससे मानव और वन्यजीवों की बीच द्वंद बढ़ रहा है।

उन्होंने सरकार से पूछा कि हसदेव में कौन-कौन से जानवर हैं, कितनी संख्या में हैं और जब उनका घर छीना जा रहा है तो उन्हें सरकार कहां बसाएगी? मानव-वन्यजीव संघर्ष को लेकर सरकार की क्या प्लानिंग है?

क्या सरकार बताएगी कि बीते 3 वर्षों के दौरान जंगल ख़त्म होने के कारण कितने वन्यजीव हताहत हुए हैं? जब हम वन्यजीवों के घर में घुस रहे हैं, तो क्या सरकार उनकी क्षति के मुआवजे के बारे में भी सोच रही है?

छत्तीसगढ़ के हसदेव में कई लाख पेड़ कट रहे हैं। ऐसे में वन्यजीवों का घर भी छिन रहा है।



































