RAIPUR NEWS. दिल्ली फिर धमाके से दहली है। इससे छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। एडिशन एसपी लखन पटले के मुताबिक दिल्ली में ब्लास्ट के बाद प्रदेश में भी हाई अलर्ट है। रायपुर पुलिस को चौक-चौराहों पर ऐहतियात के तौर पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है। दरअसल, लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास चलती कार में सोमवार शाम 6.52 बजे जोरदार धमाका हुआ। इसमें 2 महिलाएं समेत 9 लोगों की मौत हो गई और 24 घायल हैं। इनमें से दो शवों की पहचान हो सकी है। धमाके में लोग बुरी तरह जल गए या कुछ के शरीर के टुकड़ों में दूर-दूर तक बिखर गए।

पुलिस के मुताबिक जिस कार में धमाका हुआ उसमें तीन लोग थे। कार हरियाणा के गुरुग्राम में सलमान के नाम पर रजिस्टर्ड थी। पुलिस ने सलमान को हिरासत में ले लिया है। सलमान ने कार पुलवामा के तारिक को बेची थी। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। वहीं, पुलिस ने छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में अतिरिक्त बैरिकेडिंग लगाई है, मुख्य मार्गों पर वाहनों की चेकिंग बढ़ाई है और विशेष रूप से बाहरी राज्यों से आने-जाने वाली गाड़ियों की निगरानी शुरू कर दी है। राज्य सीमा, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन तथा भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जांच की गई।

जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ की सीमाओं पर भी जांच बढ़ा दी गई है। इससे पहले, रायपुर के जय स्तंभ चौक में पुलिस ने देर रात चेकिंग अभियान शुरू किया। बाहरी राज्यों से आने वाले ट्रक, बस, स्कूटर व कारों को विशेष जांच के दायरे में रखा गया। रेलवे स्टेशन में डॉग स्क्वाड के साथ आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने पार्किंग, वेटिंग हॉल, स्टेशन परिसर की सभी जगहों पर जांच की। संदिग्धों से टीम पूछताछ करती दिखी।

एक अधिकारी ने बताया कि घायलों के शरीर पर छर्रे या स्प्लिंटर की चोटें नहीं हैं, जो आमतौर पर बम धमाके में मिलती हैं। वहीं, शवों की जांच करने वाले एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि आमतौर पर आईईडी विस्फोट में मृतकों के शरीर काले पड़ जाते हैं, लेकिन इस धमाके में ऐसा नहीं दिखा है। राजधानी में आखिरी बार बड़ा धमाका 7 सितंबर 2011 को हुआ था। इसमें 11 लोगों की जान गई थी।





































