INDORE NEWS. मध्य प्रदेश टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव 2.0 (MP Tech Growth Conclave 2.0) गुरुवार 13 नवंबर 2025 को इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में हुई। इस खास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कई बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि इस कॉन्क्लेव से प्रदेश में 15,896 करोड़ रुपये का निवेश आने वाला है और 64,085 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
इसे राज्य की अर्थव्यवस्था और टेक्नोलॉजी सेक्टर के लिए ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। सरकार का उद्देश्य इस कॉन्क्लेव के जरिए प्रदेश को टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और इन्वेस्टमेंट का वैश्विक केंद्र बनाना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने भारतीय सेना के साथ एक नया MOU साइन किया है, जिसे उन्होंने “एक नवाचार” बताया। इस समझौते से तकनीकी और सुरक्षा से जुड़े क्षेत्रों में नए अवसर खुलेंगे।

टेक्नोलॉजी-फर्स्ट इकोनॉमी विजन होगा मुख्य आकर्षण
इस कॉन्क्लेव में राज्य सरकार का ‘टेक्नोलॉजी-फर्स्ट इकोनॉमी विजन’ पेश किया गया। इसमें यह दिखाया गया कि मध्य प्रदेश कैसे इनोवेशन, कौशल और उद्यमिता के सहयोग से समावेशी आर्थिक विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से वन-टू-वन बैठक की और नए निवेश अवसरों पर चर्चा की।
कार्यक्रम में डॉ. यादव ने घोषणा की कि भोपाल में ‘नॉलेज सिटी’ विकसित की जाएगी, जो साइबर सिटी की तर्ज पर बनाई जाएगी। इसके लिए 45 एकड़ जमीन आवंटित की जा रही है। यह शहर छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए सीखने और नवाचार का केंद्र बनेगा।

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी नीति 2025 का मसौदा भी पेश होगा
कॉन्क्लेव में ‘मध्य प्रदेश अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी नीति 2025’ का मसौदा भी पेश किया गया। इसका उद्देश्य उज्जैन को भारत का उभरता हुआ स्पेस इनोवेशन का केंद्र बनाना है, जहां वैज्ञानिक विरासत को आधुनिक अंतरिक्ष तकनीक से जोड़ा जाएगा। यह नीति IN-SPACE के तहत राष्ट्रीय अंतरिक्ष सुधारों के अनुरूप तैयार की गई है। उज्जैन को वही जगह दिलाना है, जो साउथ में इसरो को मिली है।
इस नीति के तहत इन चीजों पर होगा काम
इसके तहत उपग्रह डिजाइन, प्रक्षेपण सेवाओं और सुदूर संवेदन क्षेत्र में निजी भागीदारी को बढ़ावा देगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को कहा कि पिछले छह महीनों में मध्य प्रदेश ने नवाचार, निवेश और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।

वन टू वन बैठक से बढ़ा निवेश का रास्ता
मुख्यमंत्री ने बताया कि कॉन्क्लेव के दौरान हुई वन टू वन बैठकों में कई बड़े निवेशकों ने प्रदेश में उद्योग लगाने की सहमति दी। उन्होंने कहा कि यह निवेश न केवल औद्योगिक विकास को रफ्तार देगा, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खोलेगा।
700 से अधिक निवेशकों की मौजूदगी
कॉन्क्लेव में 700 से ज्यादा निवेशकों ने हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने आठ से अधिक निवेशकों के साथ विशेष चर्चा की। इस दौरान 22 नई तकनीकी और औद्योगिक इकाइयों का उद्घाटन भी किया गया, जिनमें 257 करोड़ रुपये के निवेश से 2,125 रोजगार सृजित हुए।

चार नई परियोजनाओं का भूमिपूजन
कॉन्क्लेव में चार नई परियोजनाओं का भूमिपूजन किया गया, जिनमें कुल 1,346.75 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इनसे करीब 21,150 युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही 9 कंपनियों को भूमि आवंटन पत्र भी जारी किए गए हैं, जिससे आने वाले दिनों में और निवेश की उम्मीद है।
छोटे उद्योगों को भी मौका
डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इस कॉन्क्लेव में केवल बड़े उद्योगपतियों पर नहीं, बल्कि छोटे और मझोले उद्यमों पर भी ध्यान दिया गया है। इसका उद्देश्य हर स्तर पर रोजगार बढ़ाना और स्थानीय उद्यमियों को प्रोत्साहन देना है।




































