BILASPUR NEWS. बिलासपुर रेलवे स्टेशन से 3 किमी दूरी लालखदान के पास हुए भीषण ट्रेन हादसे में 11 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 25 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हैं, जिनमें कई की हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं 11 में से 4 शवों की पहचान नहीं हो पाई है। दरसअल, हादसा मंगलवार को उस समय हुआ, जब गेवरा मेमू लोकल ट्रेन बिलासपुर स्टेशन के आउटर पर अपनी रफ्तार से आगे बढ़ रही थी। इसी दौरान सामने मालगाड़ी खड़ी थी और दोनों ट्रेनों में टक्कर हो गई। दक्षिण पूर्वी सर्किल के कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी बीके मिश्रा गतौरा रेल दुर्घटना की जांच करने के लिए 6 नवंबर की सुबह बिलासपुर पहुंचेंगे। वे सुबह 9 बजे से डीआरएम कार्यालय में अपनी जांच शुरू करेंगे।

मालगाड़ी को टक्कर मारने के बाद मेमू लोकल के इंजन और उससे लगा हुआ महिला आरक्षित बोगी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। इस दौरान अंदर फंसे लोगों को निकालने के लिए बोगी और सीट को कटर से काटना पड़ा। रात करीब 10 बजे तक 8 शव निकाल लिए गए थे। जबकि, एक घायल ने रेलवे अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहीं, तीन यात्री बोगी में फंसे हुए थे, जिन्हें निकालना मुश्किल हो रहा था। लिहाजा, देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान ट्रेन की बोगी को क्रेन की मदद से रेलवे साइड पर लाया गया।

इसके बाद बाद क्रेन और कटर की मदद से ही बोगी की खिड़कियों और सीटों को अलग किया गया। तब जाकर करीब 10 घंटे बाद रात 2.30 बजे तीन शवों को बाहर निकाला गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने तेज ब्रेक लगने की आवाज और फिर जोरदार धमाका सुना। कुछ यात्रियों ने खिड़कियों से कूदकर अपनी जान बचाई। राहत और बचाव दलों ने गैस कटर से बोगियां काटकर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। देर रात तक रेस्क्यू अभियान जारी रहा।

हादसे का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन शुरुआती जानकारी के अनुसार ऑटो सिग्नल फेल होने की आशंका जताई जा रही है। रेलवे ने कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (CRS) से हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। जांच रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा कि हादसा किन कारणों से हुआ।
ये हैं मृतकों के नाम
- अर्जुन यादव उम्र 35 वर्ष, पिता लक्ष्मण यादव,देवरीखुर्द, बिलासपुर।
- मानमती,(मृतक अर्जुन यादव की सास)
- लवकुश शुक्ला, उम्र 40 वर्ष, पिता रमाकांत शुक्ला, निवासी सक्ती,
- शीला यादव, (मृतक अर्जुन यादव की पत्नी)
- अज्ञात
- विद्यासागर, मेमू लोको पायलट
- शीला यादव, बिलासपुर
- प्रिया चंदेल, 22 साल, जैजैपुर शक्ति
- अंकित अग्रवाल,बिल्हा बिलासपुर
- 50 वर्षीय अज्ञात महिला की पहचान में रेलवे प्रशासन जुटा है।
- छोटा बच्चा

जानिए कैसे हुआ हादसा
दरअसल, तेज रफ्तार कोरबा पैसेंजर ट्रेन कोरबा से बिलासपुर जा रही थी। करीब 77 किलोमीटर की दूरी तय कर ली थी। बिलासपुर पहुंचने के लिए 8 किलोमीटर तय करना बाकी था। 4 बजे के आसपास कोरबा पैसेंजर ट्रेन गतौरा रेलवे स्टेशन के लाल खदान के पहुंची। इसी बीच जिस रूट से पैसेंजर ट्रेन की गुजरने वाली थी, उसी रूट पर एक मालगाड़ी खड़ी थी। तेज रफ्तार से बिलासपुर की ओर बढ़ रही पैसेंजर ट्रेन ने टक्कर मार दी। हादसा इतना भयंकर था कि पैसेंजर ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया।




































