GARIYABAND NEWS. गरियाबंद जिले से एक बेहद भावुक कर देने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां स्वास्थ्य सिस्टम खाट पर दिखाई दिया है। यहां पर पुल नहीं होने की वजह से प्रसव पीड़ा से कराह रही एक गर्भवती महिला को उफनती नदी को खाट पर लिटाकर पार कराया गया। वर्तमान में झरगांव अस्पताल में उसके पति रतिराम नेताम इलाज में जुटे हुए हैं।

गरियाबंद जिले के मैनपुर तहसील के देवझर अमली गांव की रहने वाली 24 वर्षीय पिंकी नेताम को काफी तेज़ प्रसव पीड़ा शुरू हुई थी। इसे देखकर परिजनों ने तुरंत एंबुलेंस और स्वास्थ्य सहायता के लिए संपर्क किया, लेकिन लगातार बारिश के कारण अमाड़ नदीं उफान पर थी और गांव का संपर्क टूट चुका था। ऐसे में गांववालों ने मिलकर पिंकी को खाट पर लिटाया और जान जोखिम में डालते हुए उफनती नदी को पार कराया।

इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जो सिस्टम की लापरवाही की पोल खोल रहा है। पिंकी नेताम को जैसे-तैसे सड़क तक लाया गया और फिर आगे झरगांव अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद उसे सोनोग्राफी हेतु देवभोग भेजा है, जहां उसका इलाज जारी है।

उसके पति रतिराम से बात करने पर वे कहते हैं काफी दिक्कतों भरा रास्ता रहा और यहां पहुंच कर भी समुचित व्यवस्था नहीं हो पा रही है और वह काफी परेशान है। गोहरापदर में रह कर पानी कम होने का इंतजार कर रहे हैं, जिससे कि वे घर जा सके। अब सवाल यह उठता है कि वे वापस अपने गांव कैसे जाएगा क्योंकि फिर उसी नदी नाला को खाट से पार कर घर पहुंचना है। जबकि देवभोग के 36 गांव का ब्लॉक मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।

प्रशासन को चाहिए कि ऐसे संवेदनशील इलाकों में बरसात से पहले ही वैकल्पिक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। ताकि किसी की जान जोखिम में न पड़े, अब सवाल यही है की आखिर कब सिस्टम सुधरेगा और लोगों की परेशानी कब कम होगी।
