RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति से तोड़ने पर बवाल मच गया है। राजधानी के वीआईपी चौक पर छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा उखाड़े जाने के एक दिन बाद आज यानी 27 अक्टूबर को दोबारा स्थापित कर दी गई. मूर्ति को खंडित करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी मानसिक विक्षिप्त है। बता दें कि रविवार को इस घटना की जानकारी मिलते ही छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना मौके पर पहुंची और जमकर हंगामा किया। इस दौरान क्रांति सेना और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प भी देखने को मिली थी।

जानकारी के मुताबिक रायपुर शहर के VIP चौक स्थित राम मंदिर के पास छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगी हुई थी। अज्ञात लोगों ने शनिवार देर रात मूर्ति को नुकसान पहुंचाया। सुबह घटना का पता चलने पर आसपास के लोग मौके पर जुट गए थे। सूचना मिलते ही तेलीबांधा पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। बताया जा रहा है कि एक विक्षिप्त हिरासत में लिया गया है।

ये है इसका महत्व
छत्तीसगढ़ महतारी राज्य की जननी, संस्कृति, और माटी की पहचान का प्रतीक है। यह मूर्ति मां की आकृति में होती है-सिर पर धान की बालियाँ, हाथ में कलश या थाली, और परिधान में छत्तीसगढ़ी लुगड़ा-साड़ी।
मातृभूमि का प्रतीक – यह छत्तीसगढ़ राज्य को मां के रूप में दर्शाती है, जिससे जनमानस का भावनात्मक संबंध जुड़ता है।
संस्कृति और परंपरा की रक्षक – मूर्ति का परिधान, आभूषण और धान की बालियाँ छत्तीसगढ़ की ग्रामीण संस्कृति को जीवंत रखते हैं।
गौरव और एकता का प्रतीक – जय छत्तीसगढ़ महतारी नारा लोगों में राज्य गौरव की भावना जगाता है।
राज्य उत्सवों में प्रमुख भूमिका – हर वर्ष राज्योत्सव (1 नवंबर) और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी की आराधना से शुरुआत होती है।

मूर्ति तोड़ने के बाद बयानबाजी भी तेज
वहीं, मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जिसने ने भी इस घटना को अंजाम दिया है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा ने यदि जन आक्रोश को अनदेखा किया तो अच्छा नहीं होगा।

भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि कहीं यह शासन-प्रशासन के कार्यक्रमों से छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीरों को हटाने वाली भाजपा सरकार की करतूत तो नहीं? भाजपा समझ ले कि अगर जनआक्रोश को अनदेखा किया, तो अच्छा नहीं होगा। छत्तीसगढ़ महतारी की जय! बात हे अभिमान के, छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान के।




































