INDORE NEWS. इंदौर के मालवा मिल और पाटनीपुरा चौराहा के बीच बना नया ब्रिज आज से आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। करीब छह महीने से बंद पड़े इस रास्ते की वजह से ढाई लाख से ज्यादा लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही थी। अब ब्रिज चालू होने पर लोगों को सीधी और तेज यातायात की सुविधा मिलेगी। गुरुवार को प्रशासन ने इसे औपचारिक रूप से जनता के लिए शुरू कर दिया।
इस ब्रिज का निर्माण मार्च 2025 में शुरू हुआ था और दावा किया गया था कि सौ दिन में काम पूरा हो जाएगा। मगर अतिक्रमण, कोर्ट केस और ठेकेदारों की लापरवाही की वजह से काम लगातार अटका रहा। इस दौरान एक दुखद हादसा भी हुआ, जिसमें एक शख्स की जान चली गई। शहर के कई पुराने ब्रिज और फ्लायओवर भी बुरी हालत में हैं।
रखरखाव नहीं होने के कारण उनके आस-पास जाम और हादसों का डर बना रहता है। इस ब्रिज के चालू होने से लाखों लोगों को फायद मिलेगा। क्योंकि बीते कई महीनों से उन्हें वैकल्पिक रास्तों पर घूमना पड़ रहा था। नया ब्रिज 30 मीटर चौड़ा और 21 मीटर लंबा है, इसे छह करोड़ रुपए खर्च कर तैयार किया गया है।
जाम और मुसीबतों से छुटकारा
मालवा मिल और पाटनीपुरा के बीच पुराना पुल करीब 100 साल पुराना था और काफी संकरा हो गया था। केवल 40 फीट चौड़ाई के कारण वहां रोज जाम की समस्या थी। सड़क चौड़ीकरण के समय लोगों ने नए ब्रिज की कई बार मांग की थी। अब 30 मीटर चौड़ाई वाला ब्रिज बनने से जाम की समस्या खत्म होगी और आवाजाही आसान हो जाएगी।
इन तीन पुलों की हालत खराब
इंदौर के भंडारी ब्रिज की हालत भी अब खराब होती जा रही है। करीब सत्रह साल पहले 1548 करोड़ खर्च कर तैयार बड़े ब्रिज पर आज जगह-जगह सरिए दिखने लगे हैं। तीन इमली ब्रिज का हाल भी अच्छा नहीं है। दस साल से भी कम समय में इसका एक हिस्सा धंस गया है और बड़े-बड़े गड्ढों से हादसे का डर बना रहता है। यहां भारी वाहन लगातार आते-जाते हैं, लेकिन रखरखाव को कोई लेकर गंभीर नहीं है।
तेजाजी नगर ब्रिज पै भी वाहन चालकों की मुश्किलें कम नहीं हुईं। यहां कई बड़े गड्ढे हैं, जिनमें कभी-कभी बड़े वाहन पलट भी जाते हैं। बीच ब्रिज पर मौजूद चौड़ी नालियों की वजह से रोज छोटी दुर्घटनाएं होती रहती हैं। खराब रखरखाव की वजह से यह ब्रिज भी मरम्मत के इंतजार में है।