INDORE NEWS. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक हेमंत खंडेलवाल ने गुरुवार को पार्टी की नई प्रदेश कार्यकारिणी समिति का ऐलान किया। यह घोषणा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की सहमति से की गई। भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा हो गई है। इंदौर से गौरव रणदीवे को महामंत्री और डॉक्टर निशांत खरे को उपाध्यक्ष बनाया गया है। पूर्व में संगठन मंत्री रहे शैलेंद्र बरुआ को भी उपाध्यक्ष बनाया गया है।
नई टीम में संगठनात्मक संतुलन और सभी क्षेत्रों से प्रतिनिधित्व को अहमियत दी गई है। घोषित समिति में 9 उपाध्यक्ष, 4 महामंत्री और 9 मंत्री शामिल किए गए हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह नई कार्यकारिणी आने वाले नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों की तैयारियों में संगठन को नई दिशा और ऊर्जा देगी।
प्रदेश अध्यक्ष खंडेलवाल ने बताया कि नई टीम में अनुभव और युवाशक्ति का संतुलन रखा गया है ताकि पार्टी की जड़ें जनता के बीच और मजबूत हों और संगठन का विस्तार तेजी से हो सके।घोषणा के बाद सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई दी गई। साथ ही संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत बनाने का संकल्प दोहराया गया। पूरी समिति की सूची जारी कर दी गई है।
भाजपा की नई प्रदेश कार्यकारिणी में इंदौर को विशेष तवज्जो
भाजपा की नई प्रदेश कार्यकारिणी में इस बार इंदौर को खास महत्व मिला है। शहर के चार नेताओं को इसमें जगह दी गई है। इनमें पूर्व नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, पूर्व आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, भगवान सिंह परमार और डॉ. निशांत खरे शामिल हैं।
भगवान सिंह परमार बने एससी मोर्चा अध्यक्ष
कार्यकारिणी में सबसे बड़ा और चौंकाने वाला नाम सांवेर के भगवान सिंह परमार का रहा। उन्हें भाजपा का एससी मोर्चा अध्यक्ष बनाया गया है। इस पद के लिए प्रदेश के कई जिलों से नेताओं के नाम चर्चा में थे, लेकिन संगठन ने परमार पर भरोसा जताया।
गौरव रणदिवे बने महामंत्री
पूर्व नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे को प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी दी गई है। रणदिवे संगठन और संघ दोनों की पसंद माने जाते हैं। इंदौर के कई नेता उपाध्यक्ष या महामंत्री पद के लिए प्रयासरत थे, जिनमें दो भाजपा नेत्रियां भी शामिल थीं, लेकिन अंततः पार्टी ने रणदिवे को प्राथमिकता दी।
डॉ. निशांत खरे को उपाध्यक्ष पद
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी और प्रमुख समर्थक डॉ. निशांत खरे को उपाध्यक्ष बनाया गया है। उनके चयन को शिवराज समर्थक खेमे की मजबूत पकड़ का संकेत माना जा रहा है।
पिछली कार्यकारिणी से बाहर हुए दो बड़े चेहरे
पिछली प्रदेश कार्यकारिणी में इंदौर से कविता पाटीदार और जीतू जिराती शामिल थे, लेकिन इस बार टीम हेमंत खंडेलवाल में दोनों को जगह नहीं मिली। बताया जा रहा है कि जिराती का नाम इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में है। इस बार प्रदेश कार्यकारिणी में निमाड़ क्षेत्र से कम नेताओं को जगह मिली है। इस क्षेत्र से केवल सुमेर सिंह सोलंकी को उपाध्यक्ष बनाया गया है।