INDORE NEWS. मध्य प्रदेश में रिटायर्ड आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र भदौरिया के घर लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने ग्वालियर, उज्जैन और इंदौर में उनके ठिकानों पर छापेमारी की। वहां से भारी मात्रा में नकदी, सोना-चांदी और कई लग्जरी सामान बरामद हुए हैं।
लोकायुक्त की टीम सुबह पलासिया स्थित कैलाश कुंज अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 201 पर पहुंची। दरवाजा खुद धर्मेंद्र भदौरिया ने खोला। टीम ने कार्रवाई की जानकारी दी और घर के दस्तावेजों, अलमारियों और लॉकरों की जांच शुरू कर दी। पता चला है कि इंदौर सहित इटावा, ग्वालियर में भी कई बीघा पुस्तैनी जमीनें हैं।
छापे मारी के दौरान 5 हजार विदेशी मुद्रा यूरो भी जब्त की गई है, जिसका मूल्य साढ़े चार लाख रुपये बताया जा रहा है। फाइव स्टार में मुफ्त पार्टी से चर्चित हुए थे। तत्कालीन कलेक्टर मनीष सिंह ने भी भदौरिया पर कार्रवाई की थी।
एंबुलेंस लेकर पहुंची थी टीम
टीम ने इंदौर के अलावा बिजनेस पार्क, एरोड्रम रोड के ऑफिस और काउंटी वॉक कॉलोनी के निर्माणाधीन मकान पर भी छापा मारा। ग्वालियर के इंद्रमणि नगर में स्थित उनके पैतृक घर पर भी एक टीम जांच कर रही है, जहां उनके भाई और परिजन रहते हैं। अधिकारियों को जांच में दिक्कत न हो, इसके लिए वे एम्बुलेंस तक लेकर पहुंचे थे, ताकि कोई बहाना न बनाया जा सके। कई बार छापेमारी के दौरान परिजन बीमार होने का बहाना बनाने लगते हैं।
दो करोड़ रुपए होनी चाहिए थी संपत्ति
धर्मेंद्र भदौरिया का सेवा काल 1987 में आबकारी विभाग में एसआई से शुरू हुआ था। वे 31 अगस्त 2025 को जिला आबकारी अधिकारी के पद से रिटायर हुए। उनकी घोषित संपत्ति लगभग 2 करोड़ रुपये होनी चाहिए थी, लेकिन जांच में अब तक 8 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा हुआ है। यह छापेमारी उनके रिटायर होने के महज 45 दिनों बाद की गई है।
छापेमारी में मिली संपत्ति
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डेढ़ किलो सोने की बार
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करीब 1 किलो सोने के आभूषण
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ढाई किलो से अधिक चांदी के आभूषण
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75 लाख रुपये कैश
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महंगी घड़ियां, परफ्यूम और साड़ियां
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एक रिवाल्वर और रायफल
गुजरात तक फैला कारोबार
भदौरिया पर आरोप है कि वे अपने समधी एके सिंह के साथ मिलकर मध्य प्रदेश और गुजरात में अवैध शराब कारोबार चलाते थे। एके सिंह गुजरात में सक्रिय माने जाते हैं। लोकायुक्त और पुलिस टीम इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है।