INDORE NEWS. भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे सेवानिवृत्त जिला आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया के ठिकानों पर लोकायुक्त की छापेमारी गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रही। टीम ने इंदौर की काउंटी वॉक टाउनशिप में भदौरिया की भव्य निर्माणाधीन कोठी की जांच की, जिसकी आलीशान बनावट देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए।
करीब 4,700 वर्गफीट के प्लॉट पर 10 हजार वर्गफीट का कंस्ट्रक्शन किया जा रहा है। यह कोठी इटालियन डिजाइन में तैयार हो रही है, जिसमें होम थिएटर, डिजाइनर सीढ़ियां, लग्जरी बेडरूम, गार्डन और लाखों के झूमर लगाए जा रहे हैं। कोठी पर करीब 3.36 करोड़ रुपये का निर्माण खर्च बताया गया है, जबकि प्लॉट समेत कुल संपत्ति की कीमत 10 करोड़ रुपये से अधिक है। यह प्लॉट भदौरिया ने बेटे सूर्यांश के नाम से खरीदा था।
लोकायुक्त एसपी डॉ. राजेश सहाय के मुताबिक, जांच में भदौरिया के बैंक खातों में लगभग 1.26 करोड़ रुपये मिले हैं। साथ ही 13 लाख रुपये से ज्यादा की 21 बीमा पॉलिसियां पाई गई हैं। चार लॉकरों की जानकारी मिली है, जिनमें से एक बैंक ऑफ बड़ौदा में उनकी पत्नी सीमा भदौरिया के नाम पर दर्ज है। फिलहाल बैंक खातों को फ्रीज कर लॉकर खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
दामाद के नाम फार्म हाउस भी जांच के दायरे में
लोकायुक्त टीम को पता चला है कि भदौरिया ने कई जानकारियां छिपाई हैं। उनके दामाद राघव के नाम पर मानपुर इलाके में एक फार्म हाउस है, जिसकी जांच भी जारी है। राघव शराब कारोबारी एके सिंह का गोद लिया बेटा बताया जा रहा है। टीम आलीराजपुर और फार्म हाउस दोनों जगहों पर सर्चिंग कर रही है।
आय से 829 फीसदी अधिक संपत्ति मिली
भदौरिया पर लोकायुक्त पुलिस ने दो महीने पहले भी बड़ी कार्रवाई की थी। अलीराजपुर से रिटायर हुए इस अधिकारी के इंदौर में सात और ग्वालियर में एक, कुल आठ ठिकानों पर एक साथ छापे मारे गए थे। तब जांच टीम को ₹75 लाख नकद, डेढ़ किलो सोने के बार, करोड़ों के गहने, लग्जरी कारें और महंगे परफ्यूम मिले थे। जांच में अब तक भदौरिया की आय से 829 फीसदी अधिक संपत्ति होने का खुलासा हो चुका है।