GWALIOR NEWS. ग्वालियर के इंदरगंज थाने में शहरकाजी अब्दुल अजीज कादरी के भाई समद कादरी और सब इंस्पेक्टर यशपाल सिंह के बीच तीखी बहस हुई। विवाद थाने में खड़े होने को लेकर शुरू हुआ था। इस विवाद के चलते समद कादरी ने थाने के बाहर हंगामा कर दिया और पुलिस पर अपमानजनक व्यवहार का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “मैं सिंधिया परिवार का राजगुरु हूं, मुझे उठाई-गिरा मत समझो, ऐसा अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगा।” सब इंस्पेक्टर ने जवाब में पूछा कि ऐसा कौन-सा अपमान हुआ। बताते चलें कि ग्वालियर के शहर काजी अब्दुल अजीज कादरी मुस्लिम समाज के प्रमुख धर्मगुरु हैं। समद कादरी उनके छोटे भाई हैं।
थाने से भीड़ हटाने की बात लगी अपमान
विवाद की जड़ दो दिन पहले शिंदे की छावनी में कृष्णा डेयरी के पास हुई फायरिंग की घटना से जुड़ी है। इसके सिलसिले में समद कादरी एफआईआर दर्ज कराने थाने पहुंचे थे। थाने में भीड़ होने पर सब इंस्पेक्टर ने लोगों से बाहर जाने को कहा।
बस यही बात समद कादरी को अपमानजनक लगी और वे थाने के बाहर हंगामा करने लगे। उन्होंने चेतावनी दी कि कार्रवाई न होने पर वे धरने पर बैठेंगे। पुलिस ने माहौल खराब न हो इसका प्रयास किया। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद विवाद शांत हुआ।
दोनों पक्षों ने आरोप लिए वापस
अंत में दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ, दोनों ने आरोप वापस ले लिए। सीएसपी इंदरगंज रोबिन जैन ने बताया कि यह पूरी घटना एक गलतफहमी थी। सब इंस्पेक्टर को संयमित और विनम्र व्यवहार करने की हिदायत दी गई। मामले के शांत होने पर समद कादरी थाने से चले गए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और यह स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बनी है।