BIJAPUR NEWS. बीजापुर जिले के माड़ और भैरमगढ़ क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय करीब 170 नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने की खबर सामने आई है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वालों में दंडकारण्य स्पेशल ज़ोनल कमेटी (DKSZC) के प्रवक्ता रुपेश सहित कई कुख्यात और सक्रिय माओवादी शामिल हैं, जिन्होंने वर्षों तक इस क्षेत्र में हिंसा और आतंक का माहौल बनाए रखा था।

बताया जा रहा है कि इन सभी नक्सलियों द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और गृह मंत्री विजय शर्मा की मौजूदगी में आत्मसमर्पण किया जाएगा। इस ऐतिहासिक अवसर को लेकर सुरक्षा बलों और प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियां की गई हैं। आत्मसमर्पण स्थल तक इन नक्सलियों को सुरक्षित लाने के लिए नदी पार से विशेष बोट्स भेजी गई हैं, ताकि उन्हें सुरक्षित रूप से मुख्यधारा में लाया जा सके।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसपरी नदी के पास पांच बसें भेजी गई हैं, जहां से नक्सलियों को बोट के माध्यम से नदी पार कराकर बसों के जरिए आयोजन स्थल पर लाया जाएगा। यह समर्पण कार्यक्रम सुरक्षा एजेंसियों और राज्य सरकार के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जो लंबे समय से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास लाने के लिए प्रयासरत हैं। हालांकि सुरक्षा कारणों से फिलहाल आम नागरिकों को उस पार जाने से रोका गया है।
पूरे ऑपरेशन को बेहद सतर्कता और रणनीति के तहत अंजाम दिया जा रहा है, ताकि किसी भी संभावित खतरे से बचा जा सके। इस बड़े आत्मसमर्पण से क्षेत्र में शांति स्थापना की उम्मीद बढ़ी है और सरकार द्वारा पुनर्वास एवं पुनर्जनन की योजनाओं के तहत इन पूर्व नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह घटनाक्रम न केवल बीजापुर जिले के लिए बल्कि पूरे बस्तर क्षेत्र के लिए सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।

अमित शाह ने एक्स पर किया पोस्ट
इसे लेकर अमित शाह ने ट्वीट किया है कि ”यह अत्यंत हर्ष की बात है कि एक समय आतंक का गढ़ रहे छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ और नॉर्थ बस्तर को आज नक्सली हिंसा से पूरी तरह मुक्त घोषित कर दिया गया है। अब छिटपुट नक्सली केवल साउथ बस्तर में बचे हुए हैं, जिन्हें हमारी सुरक्षा बल शीघ्र ही समाप्त कर देंगे।
जनवरी 2024 में छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के बाद से 2100 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, 1785 को गिरफ्तार किया गया है और 477 को न्यूट्रीलाइज किया गया है। यह 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के हमारे दृढ़ संकल्प का प्रतिबिम्ब है।”

वहीं एक अन्य ट्वीट में अमित शाह ने लिखा कि ”नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में बड़ी सफलता!
छत्तीसगढ़ में आज 170 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, कल 27 ने हथियार डाले थे। महाराष्ट्र में भी कल 61 नक्सली हथियार त्याग कर मुख्यधारा में लौटे। पिछले दो दिनों में कुल 258 वामपंथी उग्रवादियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ा है। हिंसा छोड़कर भारत के संविधान में अपना विश्वास पुनर्स्थापित करने के इन सभी के निर्णय की सराहना करता हूँ। प्रधानमंत्री श्री @NarendraModi जी के नेतृत्व में सरकार की निरंतर कोशिशों का ही यह परिणाम है कि नक्सलवाद आखिरी साँसें ले रहा है।

नक्सलियों के विरुद्ध हमारी नीति स्पष्ट है: जो आत्मसमर्पण करना चाहते हैं उनका स्वागत है, लेकिन जो लोग हथियार उठाए रहेंगे, उन्हें हमारी सुरक्षा बलों की कठोर कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। सभी नक्सलियों से मेरी अपील है कि वे अपने हथियार त्याग दें और मुख्यधारा में लौट आएं।”