RAIPUR NEWS. बहुचर्चित कोल लेवी घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने मामले के आरोपी सौम्या चौरसिया की 16 अचल संपत्तियों को कुर्क किया है। इनकी कीमत करीब 8 करोड़ रुपये बताई गई है। EOW के विशेष न्यायाधीश के आदेश के बाद ये कार्रवाई की गई है। इसके पूर्व प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने भी 39 करोड़ की 29 अचल संपत्तियों को कुर्क कर चुकी है।
जानकारी के अनुसार सौम्या चौरसिया के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का प्रकरण दर्ज है। जांच में पाया गया कि उन्होंने करीब 47 करोड़ रुपए की 45 अचल संपत्तियां अपने करीबी रिश्तेदारों-सौरभ मोदी, अनुराग चौरसिया और अन्य के नाम से खरीदी थीं। इनमें से 29 अचल संपत्तियों की कुर्की लगभग 39 करोड़ रुपए मूल्य की पहले ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा की जा चुकी थी। अब शेष 16 संपत्तियों की कुर्की का आदेश विशेष न्यायालय रायपुर ने 22 सितंबर 2025 को पारित किया है।
EOW ने 16 जून 2025 को विशेष न्यायालय में दंड विधि संशोधन अधिनियम 1944 के तहत कुर्की के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था। विशेष न्यायालय ने जांच में प्राप्त पुष्टिकृत साक्ष्यों के आधार पर 8 करोड़ रुपए मूल्य की 16 संपत्तियों को अंतरिम कुर्की के आदेश दिए। यह कार्रवाई राज्य में भ्रष्टाचार रोकथाम और अनुपातहीन संपत्ति मामलों में कड़ी कार्रवाई की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भविष्य में अन्य लोकसेवकों के खिलाफ भी ऐसे प्रकरणों में कुर्की की कार्रवाई की संभावना जताई गई है।
बता दें कि रविवार को सौम्या के करीबी और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में सीएम सचिवालय में पदस्थ रहे लिपिक जयचंद कोशले के रायपुर व जांजगीर-चांपा स्थित ठिकानों पर छापेमारी में कोल घोटाले से जुड़े कई अहम दस्तावेज के साथ ही 50 करोड़ खपाने के सबूत मिले हैं। ईओडब्ल्यू ने कोयला घोटाले में सौम्या चौरसिया के निज सचिव जयचंद कोसले को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए 26 सितंबर तक रिमांड पर लिया है। पेश किए गए रिमांड आवेदन में बताया गया है कि जयचंद कोयला घोटाले में आरोपी बनाई गई।