RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ के प्रभतेज सिंह भाटिया को सितंबर 2025 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का संयुक्त सचिव चुना गया है। यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि भाटिया ने इस पद पर पहुंचने से पहले भी कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं। भाटिया को मुंबई में हुई बीसीसीआई की 94वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में सर्वसम्मति से संयुक्त सचिव चुना गया। इससे पहले वे बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष के रूप में सेवा दे चुके हैं।
भाटिया इससे पहले बोर्ड में कोषाध्यक्ष रह चुके हैं और अब उन्होंने रोहन गौस देसाई की जगह ली है। वहीं, कोषाध्यक्ष का पद ए. रघुराम भट को सौंपा गया है। नई कार्यकारिणी में दिल्ली रणजी टीम के पूर्व कप्तान मिथुन मन्हास अध्यक्ष बने हैं, जबकि राजीव शुक्ला उपाध्यक्ष पद पर बरकरार रहेंगे। देवजीत सैकिया को सचिव और प्रभतेज भाटिया को संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी मिली है।
प्रभतेज संयुक्त सचिव के तौर पर, वह राज्य संघों के साथ समन्वय, घरेलू क्रिकेट संरचना की देखरेख और टूर्नामेंट के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। बीसीसीआई में जॉइंट सेक्रेटरी का पद बेहद अहम माना जाता है, क्योंकि इस भूमिका में महिला क्रिकेट, अंडर-19 और राष्ट्रीय स्तर की अन्य टीमों के चयन व विकास में सीधा योगदान होता है।
भाटिया के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ क्रिकेट ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। हाल ही में प्रदेश के दो खिलाड़ियों का चयन दिलीप ट्रॉफी के लिए हुआ और मध्य क्षेत्र की टीम ने पहली बार यह खिताब जीता। पारदर्शिता, नई प्रतिभाओं को अवसर और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास पर उनका लगातार जोर रहा है। उनकी दूरदृष्टि और प्रबंधन क्षमता ने उन्हें क्रिकेट प्रशासन का मजबूत चेहरा बनाया है
भाटिया का परिवार क्रिकेट प्रशासन से जुड़ा रहा है। उनके पिता, बलदेव सिंह भाटिया, छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ (सीएससीएस) के अध्यक्ष रहे हैं, जिन्होंने राज्य को 2016 में बीसीसीआई की पूर्ण सदस्यता दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने शिमला से प्रारंभिक शिक्षा ली और यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर (यूके) से इकोनॉमिक्स ऑनर्स (फाइनेंस) की पढ़ाई की।